भोपाल
बंगाल की खाड़ी में अंडमान के पास एक कम दबाव का क्षेत्र बने सिस्टम से एक बार फिर शहर का मौसम बदल रहा है। इसके अलावा 30 नवंबर को अरब सागर में भी एक चक्रवात बनने जा रहा है। इनके प्रभाव से हवाओं के साथ नमी आने के कारण आसमान में बादल छाने के आसार हैं। इसके चलते रात के तापमान में कमी आना रूक गयी है और यह 13-14 डिग्री के आसपास ही चल रहा है।
पिछले 50 साल में पहली बार दक्षिण भारत में सक्रिय मानसून के कारण मप्र के मौसम का मिजाज बदलता दिखा है। नवंबर माह बीतने को है, लेकिन अपेक्षित ठंड नहीं पड़ रही है।
मौसम विज्ञानियों के मुताबिक नवंबर की शुरुआत में हवा का रुख लगातार उत्तरी बना रहने से न्यूनतम तापमान में गिरावट होने लगी थी। लेकिन वर्तमान में दक्षिण भारत में उत्तर-पूर्वी मानसून सक्रिय है। इस वजह से बंगाल की खाड़ी एवं अरब सागर में कम दबाव के क्षेत्र बन रहे हैं। हवाओं के साथ आई नमी मध्य प्रदेश तक आ रही है। इससे बादल बन जाते हैं। बादलों के कारण रात के तापमान में अधिक गिरावट नहीं हो रही है। लेकिन यह स्थिति जल्द ही बदलेगी।
शहर के बदलते मौसम में दिन में गर्मी और रात में सर्दी की वजह हवा की चाल का बार बार बदलना है। राजधानी का अधिकतम तापमान 29 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जो सामान्य से तीन डिग्री सेल्सियस अधिक रहा। वर्तमान में हवा का रुख बीच-बीच में दक्षिणी भी हो रहा है। इससे न्यूनतम तापमान में गिरावट नहीं हो रही है। दिसंबर के पहले सप्ताह से एक बार फिर हवा का रूख उत्तरी होगा और तेज ठंड पड़ने का दौर शुरू होगा।