कानपुर
आईआईटी से अलीगढ़ तक निर्माणाधीन फोरलेन हाईवे को लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे से अलग लिंक रोड देकर जोड़ा जाएगा। इसके लिए एनएचएआई ने यूपीसीडा को चर्चा करने का प्रस्ताव दिया है। मंत्रणा के बाद लिंक रोड का खाका बनाया जाएगा। अभी इसकी जिम्मेदारी यूपीसीडा को ही देने की तैयारी है क्योंकि टोल के रूप में फायदा उन्हीं को होगा।
मौजूदा समय में अरौल के निकट से एक्सप्रेसवे में जाने का रास्ता है लेकिन उसे या किसी और साइट से लिंक रोड का प्रस्ताव लाया गया है। एनएचएआई और यूपीसीडा में सहमति बनी तो दिल्ली की तर्ज पर इसे बनाया जाएगा। एनएचएआई ने अब अरौल के साथ कन्नौज में भी निर्माण शुरू कर दिया है। अलग लिंक रोड को भी उपयोगी माना जा रहा है, इसकी जरूरत भी एनएचएआई ने मान ली है।
मंधना-बिठूर मार्ग से भारी वाहनों का डायवर्जन प्रस्ताव रद
कानपुर पुलिस कमिश्नरेट ने एनएचएआई के मंधना और चौबेपुर में जाम से निजात दिलाने के डायवर्जन प्रस्ताव को निरस्त कर दिया है। एनएचएआई ने बीते दिनों फोरलेन निर्माण के कारण भारी वाहनों को बिठूर से कानपुर ले जाने का प्रस्ताव किया था क्योंकि एनएचएआई का कहना है अभी दो साल तक निर्माण होगा और इससे मंधना और चौबेपुर में जाम लगता रहेगा तो भारी वाहनों को डायवर्ट किया जाता है तो उनके लिए मंधना में एनएचएआई अलग रास्ता भी बना देगा। डीसीपी वेस्ट एंड ट्रैफिक बीबीजीटीएस मूर्ति का कहना है कि बिठूर में संकरा पुल है और उससे भारी वाहनों के निकालने से खतरा हो सकता है। मंधना में नया पुल बन जाए तब इस पर विचार किया जा सकेगा।

