भोपाल
राजधानी के पास के जंगलों में चल रही बाघों की गणना के लिए वन विभाग द्वारा लगाए गए ट्रैप कैमरे की चोरी की घटना होने के बाद अब हड़कम्प मच गया है। समरधा रेंज के काकड़िया गांव के पास लगाया गया कैमरा चोरी हो गया है। अब वन कर्मी आसपास के गांवों में इसकी खोज में अपने मुखबिरों के साथ लगे हैं। यहां के रेंजर शिवपाल पिपरदे का कहना है कि यह कोई आम कैमरा नहीं है और न ही यह किसी के काम का है। यह केवल वन्य प्राणियों के मूवमेंट को ट्रैप करने के लिये होते हैं।
गौरतलब है एक कैमरा 33 हजार रुपए का आता है जबकि इसकी सुरक्षा के लिये कोई कार्यवाही नहीं की गई है। समरधा और सीहोर रेंज में इससे पहले भी चार ट्रैप कैमरे चोरी हो चुके हैं जिनका आज तक पता नहीं चला है। इस तरह की घटना से यह अन्दाजा लगता है कि वन कर्मी जब वनों की गश्त करते हैं और बाघों की गणना में लगे रहते हैं तो इस तरह की घटना किस तरहसे हो रही है। इसकी भी वन विभाग द्वारा जांच करवायी जा रही है।

