इंदौर
मध्य प्रदेश में होने जा रहे त्रि-स्तरीय पंचायत चुनाव में इंदौर जिले में 1218 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। चुनाव को लेकर बनाई गई स्टैंडिंग कमेटी की शनिवार को बैठक हुई। बैठक में भी चुनाव के कार्यक्रम और व्यवस्था को लेकर चर्चा की गई।इन मतदान केंद्रों में से 259 केंद्र संवेदनशील और 118 केंद्र अति संवेदनशील घोषित किए गए हैं। इन मतदान केंद्रों पर पुलिस के अलावा रिटर्निंग अधिकारी और सेक्टर अधिकारियों की विशेष निगरानी रहेगी। बैठक में अधिकारियों के अलावा राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि भी मौजूद थे। अपर कलेक्टर अभय बेड़ेकर और उप जिला निर्वाचन अधिकारी प्रतुल सिन्हा ने बताया कि चुनाव के लिए नामांकन-पत्र 13 से 20 दिसंबर तक लिए जाएंगे। इसके बाद 21 को नामांकन-पत्रों की जांच की जाएगी। जो उम्मीदवार चुनाव से हटना चाहते हैं वे 23 दिसंबर को नाम वापस ले सकेंगे। कांग्रेस की ओर से संजय बाकलीवाल और इम्तियाज बेलिम ने कहा कि चुनाव के दौरान दावे-आपत्ति और शिकायतों के लिए कोई हेल्प लाइन जारी किया जाना चाहिए, ताकि आचार संहिता उल्लंघन और अन्य मुद्दों को लेकर शिकायत की जा सके।अधिकारियों ने आश्वासन दिया कि यह व्यवस्था जल्द जारी कर दी जाएगी।
जिला पंचायत सदस्य के लिए कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी नामांकन-पत्र लेंगे, जबकि जनपद पंचायत सदस्य के लिए संबंधित जनपद पंचायत क्षेत्र के रिटर्निंग अधिकारी (एसडीओ) नामांकन लेंगे। सरपंच और पंच के नामांकन स्वीकार करने की जिम्मेदारी सहायक रिटर्निंग अधिकारी यानी तहसीलदार को दी गई है। बैठक में भाजपा की ओर से मौजूद प्रतिनिधि मनोहर मेहता और सौरभ खंडेलवाल ने इंदौर जिले के लिए सभी जनपद पंचायत क्षेत्र के लिए नियुक्त रिटर्निंग और सहायक रिटर्निंग अधिकारियों की सूची मांगी।

