भोपाल
मध्यप्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल (एमपी बोर्ड) जल्द ही बोर्ड पैटर्न में बदलाव करने जा रहा है। स्टूडेंट अपनी पसंद के सब्जेक्ट ले सकेंगे। साइंस के स्टूडेंट आर्ट्स के विषय भी ले सकेंगे, तो आर्ट्स के स्टूडेंट साइंस और मैथ्स के सब्जेक्ट पढ़ सकेंगे। छात्रों को मनचाहे सब्जेक्ट चुनने की सुविधा सेंट्रल यूनिवर्सिटी सागर में है। यहां विषय विशेष का स्टूडेंट दूसरे सब्जेक्ट लेकर यूजी कर सकता है।
नई शिक्षा नीति 2020- बोर्ड रिफॉर्म्स एवं असिस्मेंट विषय पर आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी के पहले दिन एमपी बोर्ड के सेक्रेटरी उमेश कुमार ने यह बात कही। इसके साथ ही बोर्ड परीक्षा को CBSE की तर्ज पर सेमेस्टर सिस्टम भी लागू करने पर सुझाव आया है। यह व्यवस्था दो से तीन साल में लागू करने पर विचार हुआ है।
भोपाल के कुशाभाऊ ठाकरे कन्वेंशन सेंटर (मिंटो हॉल) में मध्यप्रदेश स्कूल शिक्षा विभाग एवं माध्यमिक शिक्षा मंडल के सहयोग से आयोजित संगोष्ठी में विभिन्न प्रदेशों के शिक्षा बोर्ड, एनसीईआरटी, सीबीएससी, आईसीएसई, आईबी कैंब्रिज बोर्ड और प्रदेश के शिक्षाविद शामिल हुए। सभी बोर्ड ने अपने यहां लागू सिस्टम और परीक्षा पैटर्न के बारे में बताया।
यह बदलाव भी होंगे
ओपन बुक पैटर्न से परीक्षा की संभावना तलाशी जा रही
ऑनलाइन पढ़ाई के साथ ही ऑनलाइन परीक्षा के विकल्प
अपनी स्ट्रीम के साथ छात्र स्ट्रीम से अलग विषय ले सकेगा
बेसिक और स्टैंडर्ड गणित में से चुनाव कर सकेगा छात्र
सभी स्कूलों में नेट कनेक्टिविटी करने का प्रयास किया जा रहा
एक सेंटर में ऑनलाइन परीक्षा का प्रयोग किया जाएगा
स्किल बेस एजुकेशन पर अब जोर दिया जाएगा
ऑनलाइन पढ़ाई के लिए सभी विषयों पर 700 से अधिक वीडियो तैयार किए गए
15 हजार 500 प्रश्न का बैंक बनाया गया है
यह सुझाव आए
ऑनलाइन एक्जाम कराएं
एक प्रश्न पत्र के 8 से 10 सेट तैयार कराएं
ऑनलाइन पेपर जांचने की सुविधा
प्रश्नों के उत्तरों को ज्यादा से ज्यादा छोटा पैटर्न किया जाए
परीक्षा के समय को 3 घंटे के तय समय को बदलना
बड़े उत्तर लिखने की जगह बिंदुवार किया जाए
नेशनल टेस्ट एजेंसी की तरह ही राज्य भी परीक्षा आयोजित करने का सिस्टम बनाएं
एक दिन में 80 हजार छात्र ऑनलाइन परीक्षा दे सकते
संगोष्ठी के दौरान बताया गया कि मध्यप्रदेश में अभी करीब 40 हजार कम्प्यूटर है। ऐसे में एक दिन में करीब 80 हजार छात्र ऑनलाइन परीक्षा दे सकते हैं। हालांकि, इसके अलावा प्राइवेट एजेंसी टैबलेट के माध्यम से भी परीक्षा आयोजित करवाते हैं। यह एक साथ 1 लाख छात्रों से पेपर दिलवा सकते हैं।

