Tuesday, December 30

नए साल पर पूर्व पेसर वसीम अकरम ने पाकिस्तान को दी सलाह, कहा- बंदूकें मत चलाओ, पटाखे खरीद लो…

नए साल पर पूर्व पेसर वसीम अकरम ने पाकिस्तान को दी सलाह, कहा- बंदूकें मत चलाओ, पटाखे खरीद लो…


नई दिल्ली

कोरोना के कहर के बावजूद नए साल की पूर्वसंध्या पर देश और दुनिया में जमकर आतिशबाजी हुई। इस दौरान पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान में भी खूब जश्न मनाया गया। जश्न के दौरान कुछ लोगों ने हवाई फायरिंग भी की। इसे लेकर पाकिस्तान के महान तेज गेंदबाज वसीम अकरम काफी नाराज दिखाई दिखे। अकरम ने अपने ही मुल्क के लोगों को सलाह देते हुए कहा कि हवाई फायरिंग करने के बजाय लोग पटाखे खरीद लें और जश्न के लिए उनका इस्तेमाल करें। पूर्व पेसर ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया और अपील की कि बच्चों को इस बारे में दिखावा ना करने को कहें। दरअसल जश्न के दौरान कराची में एक व्यक्ति की मौत भी हो गई। उन्होंने साथ ही कहा कि हम अब भी वही कर रहे हैं जो हम 70 के दशक में कर रहे थे।

अकरम का यह वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है। उन्होंने ट्विटर पर वीडियो शेयर करते हुए कहा, 'आप सभी को नए साल की बहुत शुभकामनाएं। मैं आप लोगों से एक अपील भी करना चाहता हूं। आपको अपने बच्चों को दिखावा बंद करना सिखाना चाहिए, क्योंकि नए साल की शुरुआत के साथ ही बंदूक से हवाई गोलीबारी शुरू हो गई थी। मैं एक बहुत ही महत्वपूर्ण अनुरोध करना चाहता हूं– क्या हम अपने बच्चों को दिखावा बंद करना सिखा सकते हैं। मैं दिखावा क्यों कह रहा हूं? आधी रात होते ही फायरिंग शुरू हो गई. ठा, ठां, ठुज,..। आप बड़े रैंबो तो हो नहीं, जाओ कुछ पटाखे खरीदो जैसे मैंने अपनी बेटी के लिए खरीदा।'
 
नए साल पर पाकिस्तान में छाया मातम, एक की मौत
पाकिस्तान के कराची में नए साल का जश्न लोगों के लिए मातम लेकर आया। जश्न के दौरान कुछ लोगों ने हवाई फायरिंग की, इसमें एक की मौत हो गई और 15 लोग घायल हो गए। कराची में इस तरह की फायरिंग पर रोक लगी हुई थी, इसके बाद भी ऐसा हुआ।

इसे लेकर अकरम ने आगे कहा कि हवा में चलाई गई गोली नीचे आएगी तो किसी के लिए भी घातक हो सकती है। पूर्व पेसर ने कहा, 'याद रखें, हवा में चलाई गई गोली अंततः नीचे आती है और नीचे आने पर यह किसी को भी घायल कर सकती है। वह आपका रिश्तेदार या सड़क पर कोई राहगीर हो सकता है। हमें एक राष्ट्र के रूप में विकसित होना चाहिए। हम अब भी वही कर रहे हैं जो हम 70 के दशक में कर रहे थे। मुझे उम्मीद है कि आप लोग मेरे इस संदेश को सही से समझेंगे।'

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