रांची
झारखंड में दिसंबर के दस्तक के देने के साथ ही ठंड ने अचानक जोर पकड़ लिया है। बर्फीली हवाओं और तेजी से गिरते तापमान ने आम लोगों की जिंदगी मुश्किल कर दी है। खूंटी जिले में पिछले 24 घंटों में 1 मिमी बारिश दर्ज की गई, जबकि आंशिक बादल और हल्की धूप के बावजूद ठिठुरन से कोई राहत नहीं मिली। दोपहर की हल्की फुहार ने सर्दी को और भयावह बना दिया। यहां न्यूनतम तापमान 9.4 डिग्री सेल्सियस तक फिसल गया।
मौसम विभाग के अनुसार, आज पूरे राज्य में आसमान मुख्य रूप से साफ रहेगा। दोपहर में धूप तो तेज दिखेगी, लेकिन उत्तरी दिशा से आ रही बर्फीली हवाएं इसका पूरा असर खत्म कर देंगी। बादल छंटने से रात का तापमान 4-5 डिग्री तक गिर सकता है। रांची, खूंटी, लातेहार, लोहरदगा, पलामू, गुमला, गढ़वा, हजारीबाग और कोडरमा में न्यूनतम तापमान 7-8 डिग्री के आसपास रहने का अनुमान है। पिछले 24 घंटों में तापमान में 6 डिग्री की गिरावट से मौसम में जबरदस्त बदलाव महसूस हो रहा है। रांची में अगले एक सप्ताह तक मौसम में उतार-चढ़ाव जारी रहेगा। सुबह कोहरा और ठंड से दिन की शुरुआत होगी। पहले चार दिनों में न्यूनतम तापमान में 4 डिग्री तक की और गिरावट दर्ज हो सकती है, जिससे रातें बेहद सर्द गुजरेंगी। दिन का अधिकतम तापमान सामान्य 24-25 डिग्री के आसपास रहेगा, लेकिन हवाओं से ठंडक बनी रहेगी।
मौसम विभाग ने पलामू, गुमला जैसे जिलों में शीतलहर की चेतावनी जारी की है। सुबह-शाम की शीतलहर लोगों के लिए सबसे बड़ी चुनौती बनेगी। विभाग ने चेतावनी दी है कि सुबह 7 बजे से पहले और शाम 6 बजे के बाद तेज शीतलहर चलेगी। धुंध और बर्फीली हवाएं स्वास्थ्य पर बुरा असर डाल सकती हैं। सर्दी से प्रभावित होने वाले बच्चों, बुजुर्गों और सांस संबंधी बीमारियों से ग्रस्त लोगों को विशेष सावधानी बरतनी चाहिए। गर्म कपड़े, अलाव और गर्म भोजन का सहारा लें। किसानों को फसलों की सुरक्षा के लिए भी सतर्क रहने की सलाह दी गई है। वहीं ठंड की वजह से रेलवे पर भी असर पड़ा है। कुहासा और धुंध के कारण कई ट्रेनों को तुरंत करना पड़ रहा है। यह सर्दी का पहला बड़ा दौर है, जो नवंबर से चली आ रही शीतलहर को और तेज कर रहा है। राज्यभर में सड़कों पर धुंध का साया छा गया है, जिससे वाहन चालकों को परेशानी हो रही है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि हिमालयी ठंडी हवाओं का असर कुछ दिनों तक बना रहेगा। लोग घर से बाहर निकलते समय सावधानी बरतें।

