सिडनी
आस्ट्रेलिया में क्रिसमम की सुबह से पहले एक बार फिर से यहूदी पर हमला किया गया है. असामाजिक तत्वों ने मेलबॉर्न में एक रब्बी की कार को जलाने की कोशिश की है. ऑस्ट्रेलिया की सरकार ने इसे कार की फायर बॉम्बिंग का नाम दिया है. प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज ने इस घटना को संदिग्ध एंटी सेमिटिज्म करार दिया है.
एंटी-सेमिटिज्मका मतलब है यहूदियों के प्रति घृणा, पूर्वाग्रह, भेदभाव या दुश्मनी. यह नस्लवादी विचारधारा है जो यहूदियों को निशाना बनाती है, उन्हें दोषी ठहराती है या उनके खिलाफ हिंसा, बहिष्कार या साजिश फैलाती है.
ऑस्ट्रेलिया की पुलिस ने कहा कि क्रिसमस की सुबह से पहले एक रब्बी की कार पर आग लगाने वाला बम फेंका गया. घटना में कार का दरवाजा जल गया दिखता है. पुलिस ने इस रब्बी परिवार को रेस्क्यू कर लिया है.
पुलिस सेंट किल्डा ईस्ट में इस यहूदी विरोधी हमले की जांच कर रही है. गुरुवार को सुबह करीब 2.50 बजे बालाक्लावा रोड पर रब्बी के घर के ड्राइव वे में खड़ी एक सिल्वर सेडान कार में आग लगा दी गई थी.
इस कार के ऊपर 'हैप्पी हनुक्का' का एक छोटा सा बोर्ड लगा था.
पुलिस ने बताया कि इस घटना में कोई घायल नहीं हुआ, लेकिन एहतियात के तौर पर रब्बी के परिवार को वहां से निकाल लिया गया.
एक प्रवक्ता ने कहा, "मूरैबिन क्राइम इन्वेस्टिगेशन यूनिट के जासूस गुरुवार, 25 दिसंबर को सेंट किल्डा ईस्ट में लगी संदिग्ध आग की जांच कर रहे हैं." "जासूसों ने एक ऐसे व्यक्ति की पहचान की है जो उनकी जांच में मदद कर सकता है. घटना की जांच जारी है."
जली हुई कार को गुरुवार सुबह ड्राइववे से हटा दिया गया, लेकिन उसकी खिड़कियों के टूटे हुए कांच मेलबर्न के यहूदी समुदाय के बीच स्थित घर के ड्राइववे में पड़े रहे.
यह घर एक यहूदी स्कूल के सामने है, यहां सामने के दरवाज़े के पास एक छोटे बच्चे की साइकिल और जूतों की कतारें रखी थीं.
यह आगजनी की घटना बॉन्डी बीच पर हनुक्का फेस्टिवल में दो बंदूकधारियों द्वारा हमला करने के 11 दिन बाद हुई, जिसमें 15 बेगुनाह लोगों की जान चली गई थी. यहूदियों का रोशनी का त्योहार हनुक्का 22 दिसंबर को खत्म हुआ था.
ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज ने इस घटना पर शोक जताया है. उन्होंने कहा कि बॉन्डी आतंकवादी हमले के बाद ऑस्ट्रेलिया का यहूदी समुदाय शोक में है. मेलबर्न में एक कार पर आग लगाने की घटना संदिग्ध यहूदी-विरोधी भावना का एक और भयानक काम है. फेडरल अधिकारी मदद के लिए तैयार हैं.
पीएम अल्बनीज ने कहा है कि ऑस्ट्रेलिया में इस तरह की नफरत के लिए कोई जगह नहीं है और इसे रुकना ही होगा.

