पटना
बिहार बोर्ड की इंटरमीडिएट परीक्षा मंगलवार से शुरू हो गई। आज पहले ही दिन एक पेपर और उसमें पूछे गए सवालों के जवाब वायरल कर गड़बड़ी फैलाने की कोशिश की गई। बताया गया कि ये पेपर इंटरमीडिएट गणित का है। जाहिर है पेपर वायरल होते ही छात्र-छात्राओं में असमंजस और कौतूहल का माहौल बन गया। वे खोज-खोज मोबाइल पर पेपर को देखने की कोशिश करने लगे। मन में तमाम आशंकाएं लिए परीक्षार्थी परीक्षा केंद्रों पर अपनी कक्षाओं में गए और फिर जब उन्हें असली प्रश्न पत्र मिला तो सारी आशंकाएं खत्म हो गईं। वायरल पेपर पूरी तरह फर्जी निकला। असली प्रश्न पत्र में उसका कोई सवाल नहीं पूछा गया था।
वायरल पेपर के फर्जी निकलने और पहले दिन की पहली पाली में सकुशल परीक्षा सम्पन्न हो जाने पर छात्र-छात्राओं के साथ बिहार बोर्ड, जिला प्रशासन-पुलिस के अधिकारियों, शिक्षकों, अभिभावकों और स्कूल-कालेजों से जुड़े तमाम लोगों ने राहत की सांस ली। गौरतलब है कि पिछले साल भी बिहार बोर्ड की परीक्षा में गड़बड़ी फैलाने की काफी कोशिशें हुई थीं। एक के बाद एक पर्चों के लीक होने की खबर पर छात्र उग्र हो गए थे। पुलिस को माहौल शांत करने के लिए खासी मशक्कत करनी पड़ी थी। इसी वजह से मंगलवार को इंटरमीडिएट परीक्षा में गणित का पेपर लीक किए जाने की सूचना फैलते ही छात्र-छात्राओं के बीच हड़कंप मच गया। उनके बीच वायरल प्रश्न पत्र को देखने की होड़ मच गई। परीक्षा केंद्रों के बाहर बाइक की सीट पर रखकर तो जहां-तहां समूह बनाकर छात्र पेपर देखते नज़र आए। साल भर मेहनत से तैयारी करने वाले कई छात्र इस आशंका से भर गए थे कि कहीं पेपर वास्तव में लीक हो गया तो उनका नुकसान हो जाएगा। हालांकि जब वे परीक्षा कक्ष में पहुंचे तो उनकी ये आशंका गलत साबित हुई।
14 फरवरी तक चलेगी इंटरमीडिएट परीक्षा
बिहार बोर्ड इंटरमीडिएट की परीक्षा 1 से 14 फरवरी तक आयोजित की गई है। इसमे 13 लाख से अधिक परीक्षार्थी शामिल होने हैं।
दो शिफ्ट में हो रही है परीक्षा
परीक्षा दो शिफ्ट में हो रही है। सुबह 9:30 बजे से दोपहर 12:45 बजे तक और दोपहर 1:45 से शाम 5 बजे तक आयोजित की गई है। छात्रों को परीक्षा हॉल में प्रवेश परीक्षा शुरू होने के दस मिनट पहले तक दिए जाने का नियम है। पहली पाली के लिए 9.20 मिनट तक प्रवेश दिया गया। दूसरी पाली के लिए 1.35 मिनट तक प्रवेश मिला। परीक्षा हाल में प्रवेश से पहले दो बार परीक्षार्थी की जांच की गई
शीतलहर के कारण जूता-मोजा पहनकर परीक्षा देने की इजाजत
परीक्षाओं में छात्र जूता-मोजा पहनकर परीक्षा दे सकते हैं। शीतलहर के कारण छात्रों को जूता-मोजा पहनकर परीक्षा केंद्रों/परीक्षा कक्ष में प्रवेश करने की अनुमति दी गई है।
दिव्यांग छात्रों को प्रति घंटा 20 मिनट का अतिरिक्त समय
बिहार बोर्ड ने इंटर परीक्षा में दिव्यांग छात्रों को प्रति घंटा 20 मिनट का अतिरिक्त समय दिया है। दिव्यांग परीक्षार्थियां की सुविधा के लिए बैठने की व्यवस्था हर केंद्र पर ग्राउंड फ्लोर पर की गई है। जिन छात्रों को राइटर की सुविधा चाहिए, उन्हें डीईओ कार्यालय से संपर्क करना होगा।
सर्दी-जुकाम से पीड़ित छात्रों के लिए अलग कमरा
हर केंद्र पर सर्दी-जुकाम से पीड़ित छात्रों के लिए अलग कक्षा होगा। इस कक्षा में वह परीक्षार्थी बैठकर परीक्षा देंगे जिनका टेंपरेचर सामान्य से अधिक होगा और वह सर्दी-जुकाम से पीड़ित होंगे।

