Monday, December 22

खरगोना हिंसा के आरोपियों, पत्थरबाजों के घरों पर चला बुलडोजर, सोशल मीडिया रीएक्शन

खरगोना हिंसा के आरोपियों, पत्थरबाजों के घरों पर चला बुलडोजर, सोशल मीडिया रीएक्शन


नई दिल्ली। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान एक फैसले से देशभर में चर्चा बटोर रहे हैं। यह बात अलग है कि कुछ लोग सपोर्ट में तो कुछ विरोध में भी हैं। उन्होंने गवर्नेंस को 'बुलडोजर स्टाइल' में बदला तो लोगों के लिए मामा से 'बुलडोजर मामा' बन गए। कुछ इसी तरह से यूपी विधानसभा चुनाव में योगी की इमेज 'बुलडोजर बाबा' की बन गई थी। योगी भी शान से कहते थे, 'देखो मेरी सभा में बुलडोजर खड़ा है'। लोग उन्हें गिफ्ट में भी बुलडोजर के खिलौने देने लगे। इसी बुलडोजर से यूपी के बाद अब एमपी में सख्त कानून-व्यवस्था की अलग तस्वीर उभरी है। सोशल मीडिया पर अलग ऐक्शन-रीएक्शन चल रहा है। जी हां, सोशल मीडिया की अपनी अलग दुनिया है। यहां रीएक्शन तुरंत मिलता है। यहां पक्ष भी है विपक्ष भी। तर्क भी एक से बढ़कर एक। जब से खरगोन हिंसा के आरोपियों के घरों पर बुलडोजर दौड़ा है, ट्विटर की आभासी दुनिया में #Bulldozer ट्रेंड कर रहा है। कोई मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान की तुलना यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ से कर रहा है तो कोई एक्शन-रीएक्शन और सॉल्यूशन का फॉर्म्युला समझा रहा है।

कुछ लोग ऐसे भी हैं, जो यूपी का उदाहरण देते हुए कहते हैं कि बुलडोजर फॉर्म्यूला पूरे देश में अपनाया जाना चाहिए। मोहित वाधवा लिखते हैं, 'आश्चर्य की बात है कि राम नवमी के अवसर पर यूपी में कोई सांप्रदायिक दंगे नहीं हुए। अगर दूसरे राज्यों के मुख्यमंत्रियों को लगता है कि बुलडोजर का डर इसकी वजह है तो बुलडोजर वाली रणनीति पूरे देश में हो जानी चाहिए।'

सोशल मीडिया पर कई ट्वीट विरोध में भी आए हैं। कुछ लोग लिख रहे हैं कि मध्य प्रदेश सरकार ने घरों और दुकानों को तोड़ दिया लेकिन भारतीय कानून में तो दंड के रूप में किसी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने का प्रावधान ही नहीं है, केवल जेल या जुर्माने का प्रावधान है। कई तरह के मीम्स बन रहे हैं और यह दोनों पक्षों के हैं।

भाजपा के समर्थक साफ लिख रहे हैं कि बीजेपी सरकार हाथों हाथ दंड देते चल रही है। उन लोगों को भविष्य के लिए इससे सबक लेना चाहिए। #Tit_For_Tat के साथ जयसिंह राठौड़ ने लिखा कि बुलडोजर पत्थरबाजों से निपटने का सबसे बढ़िया तरीका है। यह सिस्टम पूरे देश में लागू होना चाहिए।

एक कार्टून में सरकार की तीन शाखा बताते हुए एक पेड़ को दिखाया गया है और पीछे एक बुलडोजर पूरा पेड़ ही उखाड़ कर ले जाता दिख रहा है। यह सीधे तौर पर बुलडोजर ऐक्शन पर कटाक्ष है।

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