Monday, December 1

सिंघाड़ा खाकर ब्लड प्रेशर को रखे लेवल में

सिंघाड़ा खाकर ब्लड प्रेशर को रखे लेवल में


ब्लड प्रेशर बढ़ना एक गंभीर समस्या है। इसके कारण दिल, दिमाग और किडनी डैमेज हो सकती हैं। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन बताता है कि 30 वर्ष से 79 वर्ष तक के करीब 128 करोड़ लोगों को हाइपरटेंशन (हाई बीपी) की बीमारी है, जो कि कम उम्र में मौत का कारण बन रही है।

सिंघाड़ा खाकर हाई बीपी का देसी इलाज किया जा सकता है। क्योंकि बीपी को कंट्रोल में करने में सिंघाड़ा मदद करता है। यह सुपरफूड हाई बीपी का ऊपर और नीचे वाला लेवल कम कर सकता है। ऐसा कई शोध दावा करते हैं। हाई बीपी के मरीजों को डाइट में सिंघाड़ा खाना चाहिए।

सिंघाड़े को कई बीमारी के मरीज खा सकते हैं। दिल के मरीजों के साथ दर्द से परेशान और डायबिटिक पेशेंट के लिए सिंघाड़ा फायदेमंद होता है। नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन पर छपी एक रिसर्च बताती है कि सिंघाड़े में इन बीमारियों का इलाज करने वाले गुण होते हैं।

दिल की बीमारी की जड़ है हाई बीपी
दुनियाभर में सबसे ज्यादा मृत्यु दिल से जुड़ी बीमारी के कारण होती हैं। जिसकी जड़ कोलेस्ट्रॉल के साथ हाई ब्लड प्रेशर (हाइपरटेंशन) होती है। तेज सिरदर्द होना, सांस फूलना और नाक से खून आना हाई ब्लड प्रेशर के संकेत होते हैं।

सिस्टोलिक ब्लड प्रेशर कम होगा
नॉर्मल बीपी कितना होना चाहिए? एनएचएस के मुताबिक, नॉर्मल बीपी 120/80mmHg होना चाहिए। जिसमें ऊपर वाला लेवल सिस्टोलिक ब्लड प्रेशर और नीचे वाला लेवल डायस्टोलिक ब्लड प्रेशर कहलाता है। सिंघाड़ा खाने से सिस्टोलिक और डायस्टोलिक ब्लड प्रेशर कई पॉइंट नीचे आ जाता है।

बीपी कंट्रोल करता है पोटैशियम
सिंघाड़े के अंदर प्रचुर पोटैशियम होता है और दिल के लिए पोटैशियम फूड काफी अच्छे होते हैं। क्योंकि, यह मिनरल ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में मदद करता है। Pubmed पर प्रकाशित एक स्टडी में पर्याप्त पोटैशियम लेने से सिस्टोलिक बीपी 3.49mmHg और डायस्टोलिक बीपी 1.96mmHg कम देखा गया।

फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट्स का खजाना
सिंघाड़े को फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट्स का खजाना कहा जा सकता है। हेल्थलाइन के मुताबिक, इस टेस्टी फूड में कैलोरी की मात्रा काफी कम होती है और इसे खाने से मैंगनीज, कॉपर, प्रोटीन, राइबोफ्लेविन और विटामिन बी6 भी मिलता है।

पतला बनाता है सिंघाड़ा
सिंघाड़े में पानी बहुतायत में होता है, जिस कारण इसे हाई-वॉल्यूम फूड कहा जाता है। इसे खाने से फैट नहीं बढ़ता है और आपको वजन कम करने में मेहनत कम करनी पड़ती है। वहीं, सिंघाड़े में मौजूद फाइबर डायजेस्टिव सिस्टम को मजबूत बनाकर भी पतला बनाता है।

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