Sunday, December 14

NCRB की रिपोर्ट में खुलासा- 2020 में 12 हजार मौतें; रेल हादसों में रोजाना 32 लोगों ने गंवाई जान

NCRB की रिपोर्ट में खुलासा- 2020 में 12 हजार मौतें; रेल हादसों में रोजाना 32 लोगों ने गंवाई जान


  नई दिल्ली 
पिछले साल देश में हुई 13 हजार से अधिक रेल दुर्घटनाओं में लगभग 12 हजार रेल यात्रियों की मौत हुई है। मतलब 2020 में इन हादसों में प्रतिदिन 32 लोगों ने अपनी जान गंवाई है। यह स्थिति तब है जब कोरोना के चलते 45 फीसदी पैसेंजर ट्रेन नहीं चलाई जा रही हैं। वहीं, 70 फीसदी दुर्घटनाएं ट्रेन से गिरने और रेलवे ट्रैक पार करने के दौरान हुई। ट्रेन से गिरने और रेलवे ट्रैक पार करने के चक्कर में 8,400 लोगों की मौत हो गई। 

शीर्ष पर महाराष्ट्र, यूपी दूसरे नंबर पर 
रेल हादसों और मृतकों के मामले में महाराष्ट्र देश में पहले औेर उत्तर प्रदेश दूसरे नंबर पर है। वहीं, रेलवे क्रॉसिंग पर ट्रेन की टक्कर में यूपी देश में पहले, बिहार दूसरे और मध्य प्रदेश तीसरे स्थान पर है। सरकार की रेल हादसों पर ताजा रिपोर्ट में 53 फीसदी दुर्घटनाओं में कमी है, राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) की वार्षिक रिपोर्ट 2020 के मुताबिक 2019 में 27,987 रेल हादसे हुए थे, जो 2020 में घटकर 13,018 हो गए। इन हादसों में 11986 रेल यात्रियों की मौत हुई और 11127 लोग घायल हुए। सर्वाधिक रेल हादसे महाराष्ट्र में 2697 हुए, जो कुल का 20 फीसदी है। इसके बाद दूसरे नंबर पर यूपी रहा। यहां 1560 रेल दुर्घटनाएं (12 फीसदी) हुईं। इस कारण दोनों राज्यों में मौतों का आंकड़ा सबसे ऊपर रहा है। महाराष्ट्र में 1922 मौतें (16 प्रतिशत) और यूपी में 1558 मौतें  (13 फीसदी) हुई हैं। 
 
ट्रेन की टक्कर 
यात्रियों के ट्रेन से गिरकर और ट्रैक पर ट्रेन से टक्कर होने के कारण 13018 में से 9117 हादसे (70 फीसदी) हुए। इसमें कुल 8400 लोगों की मौत हुई, जो कुल 11987 मौतों का 70 फीसदी है। इसके अलावा देशभर में रेलवे क्रॉसिंग पर ट्रेन की टक्कर मामले में यूपी पहले स्थान पर है। देश में कुल 1014 ट्रेन की टक्करों में से यूपी में 380 दुर्घटनाएं हुईं। दूसरे नंबर पर बिहार है। यहां 191 ट्रेन हादसे और मध्य प्रदेश में 144 रेलवे क्रॉसिंग पर ट्रेन हादसे हुए। ट्रेन टक्करों मे कुल 1185 लोगों की मौत हुई, इसमें सबसे अधिक यूपी में 561 मौतें (47 प्रतिशत), 142 मौतों (16 फीसदी) के साथ दूसरे स्थान पर बिहार और मध्य प्रदेश 191 मौतों के साथ तीसरे स्थान पर रहा है।

लोको पायलट से भी हुई गलती 
लोको पायलट और सिगनल मैन की गलती, मैकेनिकल त्रुटियां, ट्रैक का खराब मरम्मत, पुल-टनल का ढहना व अन्य कारण (जैसे ट्रेन से गिरना-ट्रैक पर हादसे) से कुल 13018 में से 12440 रेल हादसे हुए हैं। इसमें 23 रेल दुर्घटनाएं लोको पायलट की गलती से हुईं। इसमें अन्य राज्यों सहित झारखंड में सबसे अधिक 18 लोग मारे गए हैं। मैकेनिकल त्रुटि से 493 रेल हादसे हुए और इसमें 593 लोगों की मौत हुई।

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