नई दिल्ली
भारत आगामी गणतंत्र दिवस समारोह में मध्य एशियाई देशों के शीर्ष नेताओं को आमंत्रित करने पर विचार कर रहा है। यह कदम ऐसे समय में उठाया जा रहा है, जब भारत इस क्षेत्र के साथ अपने संबंधों को विस्तार दे रहा है।
इस घटनाक्रम की जानकारी रखने वाले अधिकारियों ने बताया कि उज्बेकिस्तान, तुर्कमेनिस्तान, कजाखस्तान, किर्गिज गणराज्य और ताजिकिस्तान के नेताओं को मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित करने पर विचार किया जा रहा है। उन्होंने अन्य विकल्पों के चयन की संभावना से इन्कार नहीं किया और कहा कि मेहमानों की सूची को अभी अंतिम रूप नहीं दिया गया है।
भारत के गणतंत्र दिवस समारोह में इस साल किसी ने मुख्य अतिथि के रूप में भाग नहीं लिया था। भारत ने ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जानसन को मुख्य अतिथि के तौर पर आमंत्रित किया था। लेकिन ब्रिटेन में कोरोना के मामले बढ़ने के चलते उन्होंने समारोह से तीन सप्ताह पहले नई दिल्ली का अपना दौरा रद कर दिया था।
इससे पहले साल 2020 में गणतंत्र दिवस समारोह में ब्राजील के राष्ट्रपति जेयर बोलसोनारो मुख्य अतिथि थे और इस समारोह में शामिल होने वाले ब्राजील के तीसरे राष्ट्रपति थे। 2019 में गणतंत्र दिवस परेड में दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा मुख्य अतिथि थे, जबकि 2017 में अबू धाबी के क्राउन प्रिंस शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान गणतंत्र दिवस समारोह के मुख्य अतिथि थे। वहीं, साल 2016 में तत्कालीन फ्रांसीसी राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद ने इस अवसर की शोभा बढ़ाई थी। इससे पहले 2015 में अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति बराक ओबामा मुख्य अतिथि थे।

