Saturday, December 20

मुख्यमंत्री चौहान ने स्मार्ट उद्यान में करंज और पीपल का पौधा रोपा

मुख्यमंत्री चौहान ने स्मार्ट उद्यान में करंज और पीपल का पौधा रोपा


भोपाल

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज स्मार्ट उद्यान में निर्माण परिवर्तन की ओर संस्था के नरेश मोटवानी, श्रीमती अनीता बरछे और भूमिका बरछे के साथ वृक्षा-रोपण किया। मुख्यमंत्री चौहान ने पीपल और करंज के पौधे लगाए। मुख्यमंत्री चौहान अपने संकल्प के क्रम में प्रतिदिन पौध-रोपण करते हैं। मुख्यमंत्री चौहान द्वारा पर्यावरण संरक्षण की गतिविधियों में सामाजिक सहभागिता को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से प्रतिदिन विभिन्न सामाजिक संस्थाओं, स्वयंसेवी संस्थाओं और पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में सक्रिय व्यक्तियों के साथ पौध-रोपण किया जाता है।

“निर्माण परिवर्तन की ओर” संस्था आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों के नैतिक, शैक्षणिक विकास की दिशा में पिछले 4 साल से कार्यरत है। संस्था द्वारा नेहरू नगर की मांडवा बस्ती में नि:शुल्क अध्ययन केंद्र संचालित किया जा रहा है। केन्द्र में 105 बच्चे नि:शुल्क शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। सात बच्चे राष्ट्रीय स्तर पर रंगमंच में पुरस्कृत हो चुके हैं। इस वर्ष एक बच्ची भूमिका बरछे का दाखिला जे.ई.ई. से भोपाल की आरजीपीवी यूनिवर्सिटी में हुआ है। मुख्यमंत्री चौहान को संस्था की अनीता बरछे, भूमिका बरछे ने स्वच्छा पर "अपनाएँ यह चार आर- बनाएँ भोपाल को गुलज़ार" शीर्षक से बनाई पेंटिंग भेंट की। पेंटिंग में पॉलिथिन के उपयोग को रोकने के लिए रिफ्यूज, पानी के मितव्ययी और पुन: उपयोग के लिए रिड्यूज और री-यूज तथा विभिन्न सामग्रियों को दोबारा उपयोग में लेने के लिए रि-साईकल करने का संदेश दिया गया है।

आज लगाया गया करंज का पौधा आयुर्वेदिक चिकित्सा में महत्वपूर्ण माना गया है। करंज के पौधे का इस्तेमाल धार्मिक कार्यों में भी किया जाता है। पीपल एक छायादार वृक्ष है यह पर्यावरण शुद्ध करता है। इसका धार्मिक और आयुर्वेदिक महत्व भी है। प्रकृति विज्ञान के अनुसार पीपल का वृक्ष दिन-रात ऑक्सीजन छोड़ता है, जो हमारे पर्यावरण के लिए महत्वपूर्ण है। पीपल के पेड़ को अक्षय वृक्ष भी कहा जाता है, क्योंकि ये पेड़ कभी भी पत्ते विहीन नहीं होता। पत्ते झड़ते रहते हैं और नए आते रहते हैं। पीपल के वृक्ष की इस खूबी के कारण इसे जीवन-मृत्यु के चक्र का द्योतक बताया गया है।

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