पटना
संतान नही होने से परेशान लोगों के लिए अच्छी खबर है। पटना आईजीआईएमएस के रिप्रोडक्टिव मेडिसिन विभाग में जल्द ही एम्ब्रियोस्कोप मशीन उपलब्ध कराई जाएगी। यह रिप्रोडक्टिव मेडिसिन के लिए नवीनतम तकनीक है। यह गुणवत्तायुक्त भ्रूण के चयन में लाभकारी है। इस तकनीक के बेहतर रिजल्ट सामने आएंगे। ये बातें आईजीआईएमएस के निदेशक डॉ. एनआर विश्वास ने कहीं। वे रिप्रोडक्टिव मेडिसिन विभाग के एक वर्ष होने के उपलक्ष्य मे आयोजित वेबिनार में बोल रहे थे। सेमिनार का आयोजन पटना आब्स्टेट्रिक एवं गाइनोकोलॉजिकल सोसाइटी और इंडियन फर्टिलिटी सोसाइटी द्वारा आयोजित किया गया था। डॉ. मनीष मंडल ने कहा कि यहां के रिप्रोडक्टिव मेडिसीन विभाग में सस्ता व बेहतर इलाज उपलब्ध है।
तनावग्रस्त और व्यस्त जीवन शैली की वजह से बिहार में इनफर्टिलिटी के मामले तेजी से बढ़ते जा रहे हैं। यही वजह है कि राज्य में इनफर्टिलिटी का इलाज करने वाले संस्थाओं की संख्या काफी बढ़ गयी है। लेकिन इन केन्द्रों में काफी महंगा इलाज होता है। इनफर्टिलिटी की दवाएं भी बहुत महंगी होती हैं। इस वजह से ज्यादातर दंपत्ति अपना इलाज नही करा पाते हैं। ऐसे में आईजीआईएमएस की यह पहल उन लोगों के लिए उम्मीद की किरण है जिनकी कमाई कम है। अहमदाबाद के डॉ. सोनल पंचाल ने पीसीओडी बीमारी की पहचान करने की जानकारी दी। डॉ. हिमांशु राय ने पीसीओडी से ग्रसित महिलाओं के इलाज पर चर्चा की। डीन डॉ. वीएम दयाल, डॉ. पीके सिन्हा, डॉ. केएच राघवेंद्र, डॉ. अनिता सिंह, डॉ. नीलम, डॉ. हिमाली सिन्हा, डॉ. शांति राय, डॉ. सुप्रिया, डॉ. विनिता सिंह, डॉ. एसएम रहमान ने विचार रखे।

