भोपाल
पंचायत चुनाव को लेकर अब कांग्रेस भी सक्रिय हो गई है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने पंचायत चुनाव को लेकर हर जिले में एक-एक समिति बना दी है। यह समिति चुनाव के दौरान कांग्रेस समर्थित उम्मीदवार को गुटबाजी का सामना नहीं करना पड़े इसे लेकर अपनी भूमिका निभाएगी। कमलनाथ ने हर जिले में समन्वय समिति बनाई है। इस समिति में जिले के विधायकों के साथ ही जिला कांग्रेस अध्यक्ष, महिला कांग्रेस, युवा कांग्रेस, एनएसयूआई के जिला अध्यक्ष इसमें शामिल किए गए हैं। इनकी जिम्मेदारी सौंपी गई है कि समन्वय समिति पंचायत चुनाव में कांग्रेस समर्थित दावेदार एक जगह से एक ही चुनाव मैदान में उतरे, ताकि कांग्रेस समर्थित उम्मीदवारों के वोट पार्टी से जुड़ा अन्य उम्मीदवार ना काट सके। इसके जरिए कांग्रेस ज्यादा से ज्यादा जिला पंचायत के वार्ड और जनपद के वार्ड जीतने की रणनीति बना चुकी है।
नुकसान से बचने की कवायद
त्रि स्तरीय पंचायत के पूर्व के चुनावों में कांग्रेस समर्थित कई उम्मीदवार एक ही वार्ड से चुनाव लड़ने के लिए उतर जाते थे। इससे पार्टी से जुड़े सभी उम्मीदवारों को नुकसान हो जाता था। जिसका फायदा भाजपा समर्थित उम्मीदवार को मिल जाता था। अब कमलनाथ ने समन्वय समिति के जरिए एक ही वार्ड से पार्टी से जुड़े एक ही व्यक्ति को उम्मीदवार बनाने के लिए समन्वय करने की जिम्मेदारी दी है। इसलिए इस समिति में विधायकों को रखा गया है, ताकि वे बेहतर तरीके से समन्वय कर सकें।
