इंदौर
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आइआइटी) आयोजित हुई विशाल प्रदर्शनी ‘इन्वेंटिव’ में 12 अनुसंधान एवं विकास परियोजनाओं का प्रदर्शन किया गया। इसमें आइआइटी इंदौर की टीम ने भी हिस्सा लिया। आयोजन में देश के 23 आइआइटी से 25 प्रस्ताव जमा करने थे। कार्यक्रम में 75 परियोजनाओं और विविध विषयों पर छह शोकेस परियोजनाओं को प्रदर्शित किया गया।
इसमें मेक इन इंडिया, डिजिटल इंडिया और आत्मनिर्भर भारत के द्ष्टिकोण को सभी टीम ने ध्यान रखा था। इसमें आइआइटी इंदौर से लघु उपकरणों के संरचनाओं के निर्माण के लिए लेजर असिस्टेड माइक्रो 3डी प्रिंटर काे चुना गया। संस्थान की ओर से टीम का नेतृत्व प्रो. आइए पलानी ने किया। टीम ने उपकरण को मल्टी लेयर और मल्टी मटेरियल प्रिंटिंग के लिए पतली से बिना मास्क के निर्माण की क्षमता के साथ विकसित किया। प्रो. आई.ए. पलानी ने कहा, यह तकनीक उद्योगों को मास्किंग की प्रक्रिया को खत्म करने और बाद में अशुद्धियों को दूर करने के साथ सामग्री के जमाव को खत्म करने में सक्षम बनाएगी। इस प्रकार प्रोटोटाइप के विकास में लागत और समय को कम करेगा। परियोजना में नौ के पैमाने में सात का प्रौद्योगिकी तैयारी स्तर (टीआरएल) है और एक पेटेंट भी दायर किया गया है। यह मशीन पूरी तरह से स्वदेशी है और इन-हाउस विकसित की गई है।

