भोपाल
मध्य प्रदेश में पिछले महीने रामनवमी के दिन हुए दंगे के बाद आज जब कांग्रेस का जांच दल वहां पहुंचा तो पीड़ितों ने उनसे कई सवाल किए। लोगों का गुस्सा भरा था और वे नेताओं से सवाल करने लगे। पूर्व मंत्री सज्जनसिंह वर्मा और डॉ. विजयल्क्षमी साधौ को सुरक्षा घेरा बनाकर वहां से वापस लौटना पड़ा। वहीं, इस घटना को लेकर पीसीसी चीफ के मीडिया समन्वयक नरेंंद्र सलूजा ने बयान जारी कर कहा है कि भाजपा के कुछ लोगों ने प्रायोजित ढंग से समिति के काम में व्यवधान डाला लेकिन कई प्रतिनिधियों से जांच दल ने दंगों को लेकर सफलता पूर्वक चर्चा की।
खरगोन में पिछले महीने हुए दंगे की घटना के बाद से वहां लोग करीब तीन सप्ताह तक कर्फ्यू में रह रहे थे। अब जब वहां शांति हो गई है तो कांग्रेस के नेता दंगे के कारणों और दंगे के बाद प्रशासन के एक्शन की जांच करने पहुंचे तो उन्हें लोगों के गुस्से का सामना करना पड़ा। इसके वीडियो वायरल हुए हैं जिसमें कांग्रेस नेताओं पर लोगों द्वारा सवाल किए जा रहे हैं। यह वीडियो खरगोन के मालीपुरा का बताया जाता है जिसमें महिला और पुरुषों द्वारा नेताओं से सवाल किए जा रहे हैं।
सज्जनसिंह वर्मा व साधौ को घेरा
पूर्व मंत्री और विधायक सज्जन सिंह वर्मा और डॉ. विजयलक्ष्मी साधौ सहित बाला बच्चन, रवि जोशी, झूमा सोलंकी, गजेंद्र सिंह राजूखेड़ी खरगोन में पहुंचे तो कई लोगों के मोबाइल कैमरे वीडियो रिकॉर्डिंग के लिए चालू हो गए। मगर यहां के मालीपुरा में जब ये नेता पहुंचे तो वहां लोगों का गुस्सा फूट पड़ा जिससे कई वीडियो क्लिप्स तैयार हो गए। ये वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुए हैं। इसमें सज्जन सिंह वर्मा लोगों के सवालों से बचते दिखाई दे रहे हैं तो साधौ को सुरक्षा घेरा बनाकर लोगों की भीड़ से बचाया जा रहा है।

