Monday, December 1

490 रुपये के मामूली दाम पर बेचा जा रहा है 6 लाख भारतीयों की निजी जानकारी

490 रुपये के मामूली दाम पर बेचा जा रहा है 6 लाख भारतीयों की निजी जानकारी


नई दिल्ली

अगर आप सोशल मीडिया जैसे Facebook का इस्तेमाल करते हैं। या फिर आप आधार कार्ड जैसी सरकारी सर्विस का लुत्फ उठाते हैं, तो शायद आपको अलर्ट हो जाना चाहिए। क्योंकि डेटा सेफ्टी को लेकर भारतीयों के साथ मजाक हो रहा है। रिपोर्ट की मानें, तो लाखों भारतीयों का डेटा ऑनलाइन धड़ल्ले से बिक रहा है। करीब 50 लाख लोगों का पर्सनल जानकारी Bot मार्केट से हैक की गई है। इसमें अकेले 6 लाख भारतीयों का डेटा मौजूद है। NordVPN की रिपोर्ट के मुताबिक करीब 6 लाख भारतीयों को संवेदनशील जानकारी को 490 रुपये के मामूली दाम पर बेचा जा सकता है।

बेचा जा रहा Facebook Google डेटा
बता दें कि VPN सर्विस प्रोवाइडर की मानें, तो साल 2018 में पिछले चार सालों का डेटा बेचा जा रहा है। बता दें कि बोट एक मार्केट प्लेस है, जहां डिजिटिल डेटा बेचा जाता है। इन मार्केट में यूजर्स के फेसबुक और माइक्रोसॉफ्ट लॉगिन और गूगल लॉगिन डेटा बेचा जा रहा है। बता दें कि बोट मार्केट डॉर्क वेब मार्केट से अलग होता है। इसमें एक आदमी के एक प्लेस के बड़े डोटा को बेचा जाता है।

किस तरह के डेटा की हो रही बिक्री
बोट मार्केट पर लॉगिन कुकीज, डिजिटल फिंगरप्रिंट, स्कीनशॉट समेत कई अन्य तरह की डिटेल की बिक्री हो रही है। बता दें के करीब 2.6 करोड़ लॉगिन क्रिडेंशियल की चोरी हो चुकी है। इसमें 6,47,00 फेसबुक लॉगिन, 6,55,000 माइक्रोसॉफ्ट लॉगिन और 6,47,000 फेसबुक लॉगिन शामिल है। साथ ही रिसर्चर ने चोरी किए जाने वाले 667 मिलियन कुकीज, 81,000 डिजिटल फिंगरप्रिंट, 5,38,00 ऑटो फिल फॉर्म और वेबकैम स्नैप शामिल हैं।

कैसे डेटा होता है चोरी
मैलिशियल सॉफ्टवेयर के जरिए डेटा चोरी किया जाता है, जिसे आपके लैपटॉप और कंप्यूटर में इंस्टॉल कर दिया जाता है। इसके बाद आपकी लॉगिन डिटेल को चोरी कर लिया जाता है। ऐसे में किसी भी ऐप को इंस्टॉल करते वक्त सावधानी बरतनी चाहिए।

 

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