सहरसा
सहरसा में सीआईडी, एसबी, एसटीएफ, ईओयू और प्रोहिविएशन का क्षेत्रीय कार्यालय खुलेगा। सभी कार्यालय एक ही छत के नीचे होंगे। विभिन्न विशेषकृत ईकाइयों का संयुक्त भवन बनाने के लिए मुख्यालय ने जिला पुलिस प्रशासन से प्लान मांगा है। इसके अलावा सहरसा में क्षेत्रीय विधि विज्ञान प्रयोगशाला खोलने की कवायद शुरू हो गयी है। दरअसल, सूबे में विशेषकृत इकाइयों के नौ क्षेत्रीय कार्यालयों की स्थापना की जानी है। इनमें सहरसा भी शामिल है। पटना प्रमंडल, दरभंगा प्रमंडल, मगध प्रमंडल कैम्प डिहरी आन सोन, राजगीर प्रमंडल, पूर्णिया प्रमंडल, भागलपुर प्रमंडल, मुजफ्फरपुर प्रमंडल कैम्प के बिहार पुलिस भवन निर्माण निगम के कार्यपालक अभियंता को सयुंक्त भवन के लिए भूमि चिह्नित करने के लिए कहा गया है। इसके बाद जमीन की वास्तविक विवरणी, स्थल का फोटोग्राफ, स्थल के चारों तरफ की मापी सहित अनुमोदित साइड प्लान पुलिस निगम मुख्यालय को उपलब्ध कराने के लिए कहा गया है। ताकि इस पर आगे की कार्रवाई शुरू की जा सके।
संयुक्त भवन व विधि विज्ञान प्रयोगशाला आसपास होंगे
विशेषकृत इकाइयों के क्षेत्रीय कार्यालयों के सुदृढ़ीकरण के लिए बनने वाला सयुंक्त भवन और क्षेत्रीय विधि विज्ञान प्रयोगशाला का भवन आसपास ही बनने की संभावना है। संयुक्त भवन सहरसा सहित बेतिया, पूर्णिया, गया, रोहतास, सारण, दरभंगा, मुंगेर व बेगूसराय में स्थापित किया जाना है। संयुक्त भवन में विशेषकृत इकाई जैसे सीआईडी (अपराध अनुसंधान शाखा), एसबी (विशेष शाखा), एसटीएफ (विशेष कार्य बल), ईओयू (आर्थिक अपराध ईकाई) और प्रोहिविएशन (सुधार गृह) का कार्यालय बनेगा। क्षेत्रीय कार्यालय का संयुक्त भवन और विधि विज्ञान प्रयोगशाला पुलिस केन्द्र परिसर में बनाने का निर्णय लिया गया है। कनीय अभियंता वीरेंद्र प्रसाद ने बताया कि जमीन उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
प्रमंडल के तीनों जिलों को होगा इससे फायदा
अब सहरसा पुलिस को किसी भी आपराधिक घटनाओं से जुड़े मामलों में सैंपल जांच को लेकर भागलपुर, पटना या अन्य जगहों का चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा। आपराधिक घटनाओं से संबधित प्रदर्शो की जांच में कम समय में टीम मौके पर पहुंच जायेगी। कोसी प्रमंडलीय मुख्यालय सहरसा में क्षेत्रीय विधि प्रयोगशाला की स्थापना से सहरसा सहित सुपौल व मधेपुरा जिले की पुलिस को भी जांच की समस्या से निजात मिल जाएगी। गत 31 मार्च को बिहार सरकार ने प्रमंडलों में विधि विज्ञान प्रयोगशाला खोलने और पद सृजन की घोषणा की थी। प्रयोगाशाला की मदद से दोषी अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई करने में पुलिस को सहयोग मिलेगा।

