जयपुर। सार्वजनिक निर्माण मंत्री श्री भजनलाल जाटव ने शुक्रवार को विधानसभा में आश्वस्त किया किप्रतापगढ़ जिले में जो 184 गांव वन क्षेत्र में नहीं आते, उन्हें वित्तीय संसाधनों की उपलब्धता के आधार पर प्राथमिकता से सड़काें से जोड़ा जाएगा।
श्री जाटव ने प्रश्नकाल में विधायकों द्वारा इस संबंध में पूछे गए पूरक प्रश्नों का जवाब देते हुए बताया कि प्रतापगढ़ जिले में वर्ष 2011 की जनगणना के आधार पर 970 राजस्व गांव है। इनमें 1 हजार से अधिक जनसंख्या के आधार पर 259 गांवों में से 257 गांवों में सड़क है तथा 2 गांव वन क्षेत्र की भूमि में आने के कारण सड़क से जुड़े नहीं है। इसी तरह प्रतापगढ़ में 500 से 999 जनसंख्या वाले 284 गांवो में से 277 गावं सड़क से जुड़े है तथा 77 गांवों में डामरीकरण नहीं हुआ है। उन्होंने बताया कि प्रतापगढ़ में 250 से 499 जनंसख्या के 237 गांवाें में से 192 गांव सड़क से जुड़े हुए नहीं है।
इससे पहले श्री जाटव ने प्रश्नकाल में विधायक श्री रामलाल मीणा के मूल प्रश्न के लिखित जवाब में बताया कि जिला प्रतापगढ में 184 राजस्व गांव डामर सड़क से जुड़े हुए नहीं है। उन्होंने इसका विवरण सदन के पटल पर रखा। उन्होंने बताया कि वर्तमान में बड़े मझरों को सड़क से जोड़ने की कोई योजना विचाराधीन नहीं है।

