कोबसे के दूसरे दिन ग्रुप डिशक्शन एवं साँची स्तूप भ्रमण हुआ
"जिस छात्र को संस्कृत भाषा आती है वह दुनिया की कोई भी भाषा सीखने और बोलने में सक्षम होता है" : डॉ. चांद किरण सलूजा
भोपाल
म.प्र. राज्य मुक्त स्कूल शिक्षा बोर्ड एवं महर्षि पतंजलि संस्कृत

