Tuesday, December 30

बच्ची के पिता ने पुलिस पर लगाए बड़े आरोप, कहा- बेटी ने बताया कि दो लोगों ने उसे पुल पर फेंका था

बच्ची के पिता ने पुलिस पर लगाए बड़े आरोप, कहा- बेटी ने बताया कि दो लोगों ने उसे पुल पर फेंका था


अलवर
राजस्थान के अलवर जिले में एक पुल पर अचेत अवस्था में पाई गई मानसिक रूप से विक्षिप्त 16 वर्षीय लड़की के पिता ने मामले में बड़ा दावा किया है। लड़की के पिता ने दावा किया है कि लड़की ने उन्हें बताया है कि उसे दो लोगों ने पुल पर फेंक दिया था। पुलिस जांच से असंतुष्ट पिता ने पुलिस और प्रशासन पर यह भी आरोप लगाया कि वे इसे दुर्घटना का मामला मानने का दबाव बना रहे हैं और ऐसा करने के लिए वो अधिक पैसा देने की भी पेशकश कर रहे हैं। आपको बता दें कि 11 जनवरी को लापता हुई बच्ची देर शाम अलवर के एक पुल पर पर काफी बुरी हालत में मिली थी। उसे जयपुर के जेके लोन अस्पताल में भर्ती कराया गया था। बच्ची के प्राइवेट पार्ट्स से खून बह रहा था, जिसके बाद उसकी सर्जरी की गई थी। सोमवार को मीडिया को लिखे गए एक पत्र में लड़की के पिता ने कहा कि लड़की ने 10-15 दिनों तक कुछ भी बोला, लेकिन हाल ही में पिछले 4-5 दिनों से वह इशारा कर रही है कि 'दो लोगों' ने उसे पुल पर फेंका था।

'मामले को ऐक्सिडेंट मानने को मजबूर कर रहे अफसर'
पिता ने कहा, 'इशारों के जरिए वह कह रही है कि पुल पर फेंका गया था। वह बार-बार 'दो भाई' भी दोहरा रही हैं। हालांकि वह यह नहीं बता पा रही है कि उसे किसी गाड़ी से फेंका गया था या नहीं। उन्होंने कहा, 'पुलिस हमें यह मानने के लिए मजबूर कर रही है कि यह एक दुर्घटना थी। हम डरे हुए हैं और केवल न्याय चाहते हैं।' उन्होंने कहा कि जब लड़की को स्थानीय अस्पताल ले जाया गया, तो डॉक्टरों ने कहा कि यह रेप का मामला है और उसे जयपुर के जेके लोन अस्पताल में रेफर कर दिया, जहां उसकी सर्जरी की गई। उन्होंने कहा, 'अब पुलिस अफसर इसे एक दुर्घटना के तौर पर मानने के लिए मजबूर कर रहे हैं, हम पुलिस की थ्योरी से संतुष्ट नहीं हैं। हमें एफएसएल रिपोर्ट की डिटेल नहीं दी गई।

पुलिस बार-बार बदल रही बयान: पुलिस
बच्ची के पिता ने आरोप लगाया कि पुलिस अफसरों ने उनसे कहा कि अगर वह इसे ऐक्सिडेंट मान लेंगे, तो परिवार को ज्यादा पैसा मिलेगा। उन्होंने पुलिस की जांच पर सवाल उठाते हुए कहा कि अगर वह किसी वाहन से टकराती, तो उसके शरीर के अन्य हिस्सों जैसे कोहनी या सिर पर चोट लग सकती थी। लेकिन क्या बच्ची की हालत किसी गंभीर अपराध का संकेत नहीं है? पुलिस बयान बदल रही है। शुरू में पुलिस ने इसे रेप बताया और अब हादसा बता रही है। उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि सीबीआई मामले की जांच करे।

पुलिस ने आरोपों को बताया बेबुनियाद
आपको बता दें कि मामले को लेकर बढ़ती नाराजगी के बाद राज्य सरकार ने जांच सीबीआई को सौंपने का फैसला किया है। वहीं दूसरी ओर पिता के आरोपों पर पुलिस अधीक्षक तेजस्वनी गौतम ने सभी आरोपों का खंडन किया और कहा कि पुलिस की ओर से परिवार को कोई 'ऑफर' नहीं दिया गया था। पिता के सभी आरोपों को निराधार बताते हुए जिला कलेक्टर नन्नू मल पहाड़िया ने कहा, 'परिवार को जमीन या भूखंड से संबंधित ऐसा कोई आश्वासन नहीं दिया गया था। मेरे पास जमीन आवंटित करने का अधिकार भी नहीं है।'

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *