Wednesday, December 3

‘लव हॉस्टल’ में आॅनर किलिंग का मुद्दा है: बॉबी देओल

‘लव हॉस्टल’ में आॅनर किलिंग का मुद्दा है: बॉबी देओल


इंडस्ट्री में 26 साल पूरे कर चुके बॉबी देओल रेस-3 के बाद से लगातार प्रयोग कर रहे हैं। खासकर डिजिटल प्लेटफॉर्म के स्पेस में क्लास आॅफ 83 और आश्रम के लिए उनकी काफी चर्चा हुई। अब उनकी जी-5 पर लव हॉस्टल नामक फिल्म आ रही है। इसमें वो कॉन्ट्रैक्ट किलर दांगर के रोल में हैं। इस किरदार के चेहरे पर दाग है। उस किस्म से इसका नाम दांगर है। आंखों से बात करता हूं। गोलियों से सुनाता हूं। फिल्म का जॉनर कुछ ऐसा है। लोकेशन थोड़ी रस्टिक यानी देसी एरिया में सेट है। वहां जिस हिसाब से लोग बात करते हैं तो गालियां भी हैं। डेफिनेटली। दांगर को जिस तरह दिखाना था, उसके लिए तैयारी करनी पड़ी, वरना आॅडिएंस को उस कैरेक्टर की अपील नहीं आती। पुराने जमाने के एक्टरों की उर्दू और लोकल लैंग्वेज पर पकड़ होती थी। मैं मुंबई का पला बढ़ा हूं तो मुझे दांगर के डायलेक्ट पर काम करना पड़ा। अब अगेन वह दौर आ गया है, जब कहानियां छोटे शहरों के बारे में आ रही हैं, जो अब तक लिखी नहीं गईं। अब ओटीटी ने उनके दरवाजे खोल दिए हैं। बेशक मुझे हरियाणवी सीखनी पड़ी। इसमें आॅनर किलिंग का भी मसला है। मैंने इतनी डार्क फिल्म की है कि अब कुछ स्लाईस आॅफ लाइफ करना चाहता हूं, जहां फील गुड कहानी हो। परिवार देखकर खुश हो। सिंपल कैरेक्टर हो। एनिमल भी कर रहा हूं। पहली बार रणबीर कपूर के साथ काम कर रहा हूं, जो कमाल का एक्टर है। अनिल कपूर साथ है, जिनके संग मैंने रेस3 की थी। अपने2 की स्क्रिप्ट पर काम चल रहा है। उसे जल्दी शुरू करेंगे। यमला पगला… के अगले पार्ट को लेकर भी सवाल उठते रहते हैं, मगर स्क्रिप्ट मिलना जरूरी है। लोग बोलते हैं चलो फ्रेंचाइजी है, स्क्रिप्ट बना लेते हैं। लोग देखने आ ही जाएंगे। पिछला पार्ट उतना बेहतर बना नहीं था। स्कॉटलैंड में लेक डिस्ट्रिक्ट में उसकी शूटिंग हो चुकी थी। भइया(सनी देओल) चाहते थे कि मेरे इंट्रोडक्शन को और ग्रैंड बनाया जाए। वहां दूसरे शॉट के दौरान दायां पैर चोटिल हो गया। अभी भी मेरे पांव में रॉड है। एक साल तक मेरा पैर ठीक नही हुआ था। उसी बीच गुप्त की शूटिंग चल रही थी। मैं डांस नहीं कर पा रहा था। मेरे हाथ के मूवमेंट ज्यादा थे। वो ज्यादा पॉपुलर हो गए लोग कहने लग गए बॉबी ऐसे ही डांस करता है क्या बाद में मेरा फिर पांव का आॅपरेशन हुआ। फिर मैं ठीक हुआ। मुझे भइया के कपड़े पसंद आते हैं। जब छोटा था तो चुपचाप आलमारी से जाकर उनके कपड़े चुरा ले जाता था। उनको पता भी नहीं चलता था। ये तो भाइयों में होता रहता है। मेरे बेटों और भतीजों में भी ये होता रहता है। मेरा बड़ा बेटा आर्यमान मुझसे भी लंबा हो गया है। मैं इतनी वर्जिश कर रहा हूं तो कुछ कपड़े मुझे छोटे होने लगे हैं। तो मैं वो आर्यमान को दे देता हूं। वह चीज मेरा छोटा बेटा भी देखता रहता है। किसी की टैलेंट एजेंसी उन्होंने जॉइन नहीं की है। एजुकेशन पूरी करने के बाद डिसाइड करेंगे क्या करना है। एक्टर बनना है, वो उनके ऊपर है। मैं चाहता हूं कि एजुकेशन बहुत जरूरी है बच्चों के लिए, क्योंकि हमारी इंडस्ट्री बहुत अनसरटेन है।

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