Saturday, December 27

यूक्रेन की सेना ने इन ड्रोन विमानों की मदद से रूसी टैंकों पर जोरदार हमला बोला है

यूक्रेन की सेना ने इन ड्रोन विमानों की मदद से रूसी टैंकों पर जोरदार हमला बोला है


कीव
तुर्की के बयरकतार टीबीटी 2 ड्रोन आर्मीनिया के नगर्नो-कराबाख के बाद अब एक बार फिर से यूक्रेन की जंग में रूसी हथियारों का काल बन रहे हैं। यूक्रेन की सेना ने बयरकतार टीबीटी 2 ड्रोन की मदद से रूसी टैंकों और हथियारबंद वाहनों पर जोरदार हमला बोला है। यूक्रेन की वायुसेना के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल मयकोला ओलेश्‍चूक ने इस हमले की पुष्टि करते हुए बयरकतार ड्रोन को 'जीवन देने वाला' करारा दिया। इस बीच रूस ने भी दावा किया है कि उसने कई बयरकतार ड्रोन को मार गिराए हैं।

यूक्रेन के दूतावास ने एक दर्जन से ज्‍यादा सैन्‍य वाहनों वाले रूसी सैन्‍य काफिले पर जोरदार हमले का वीडियो जारी किया है। इस हमले में रूसी युद्धक वाहन तबाह हो गए। बताया जा रहा है कि यह फुटेज कीव से 60 मील की दूरी पर स्थित मल्‍यन का है। यूक्रेन की वायुसेना ने कहा कि एक और हमला चोरनोबैवका में हुआ है जो यूक्रेन के दक्षिणी इलाके में है। इस इलाके में पिछले कुछ दिनों में जोरदार लड़ाई हुई है।

तुर्की ने बयरकतार टीबीटी 2 ड्रोन की यूक्रेन को दिए
दूतावास ने कहा, 'बिना कांटों के एक गुलाब नहीं होता है। रूसी हमलावरों को बयरकतार टीबीटी 2 ड्रोन से निपटा जाएगा।' शनिवार को यूक्रेन की सेना ने एक और ड्रोन वीडियो जारी किया था जिसमें रूसी काफिला एक ड्रोन हमले में तबाह हो गय था। इस दक्षिणी शहर खेरसोन में रूसी सेना पर हमला बोला गया। बता दें कि यूक्रेन की मदद के लिए नाटो सदस्‍य देश तुर्की ने बयरकतार टीबीटी 2 ड्रोन की यूक्रेन को दिए हैं।

यूक्रेन की वायुसेना कमांड के प्रवक्‍ता कर्नल यूरी इग्‍नाती ने जंग शुरू होने से पहले कहा था, 'तुर्की का यह ड्रोन दुश्‍मन की तोपों पर बहुत सटीक हमला करता है और टैंकों की कॉलम को भी नष्‍ट कर देता है। बयरकतार बहुत अच्‍छी क्‍वालिटी का ड्रोन है जो रियल टाइम में हमला करता है और पूरी तरह से स्‍वचालित सिस्‍टम है। यह ड्रोन एक हथियार है जो मात्र सेकंडों में हमला करने की ताकत रखता है। यह ड्रोन जासूस है। इसने यूक्रेन को अपने दुश्‍मन पर बढ़त दे दी है।'

तुर्की के राष्‍ट्रपति के दामाद की कंपनी बनाती है यह ड्रोन
यूक्रेन के सैन्‍य ड्रोन कार्यक्रम को चलाने वाले एक सैन्‍य अधिकारी ने कहा, 'रूस के सैनिकों के लिए इस ड्रोन से निपटना बहुत मुश्किल होगा।' उन्‍होंने टीबीटी 2 ड्रोन को उड़ाने के लिए तुर्की में साल 2019 में 3 महीने की ट्रेनिंग ली है। तुर्की के इस ड्रोन को बायकर मकीना कंपनी बनाती है जिसे तुर्की के राष्‍ट्रपति तैयप रेसेप एर्दोगान के पसंदीदा दामाद सेलकूक बायरकतार चलाते हैं। यूक्रेनी अधिकारी ने कहा कि हमारे पास अभी 20 टीबीटी 2 ड्रोन हैं लेकिन यह यहीं पर रुकने नहीं जा रहा है।

अमेरिकी MQ-9 की तुलना में तुर्की का बयरकतार TB2 हल्के हथियारों से लैस है। इसमें चार लेजर- गाइडेड मिसाइलें लगाई जा सकती हैं। इस ड्रोन को रेडियो गाइडेड होने के कारण 320 किमी के रेंज में ऑपरेट किया जा सकता है। इस ड्रोन को बनाने वाली कंपनी बायकर ने 1984 में ऑटो पार्ट्स बनाने का काम शुरू किया था, बाद में वह एयरोस्पेस इंडस्ट्री में शामिल हो गया। नाटो सदस्य पोलैंड ने पिछले साल ही कहा था कि वह तुर्की से 24 टीबी2 ड्रोन खरीदेगा। तुर्की का दावा है कि नाटो के कई दूसरे देश भी उसके साथ डील करने के लिए बातचीत कर रहे हैं। TB2 ड्रोन ने 2020 की शुरुआत में सीरिया के आसमान में अपना दम दिखाकर दुनिया में पहचान बनाई थी।

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