Sunday, December 21

यूक्रेन की मरीन ब्रिगेड ने रूसी सेना के सामने किया आत्मसमर्पण

यूक्रेन की मरीन ब्रिगेड ने रूसी सेना के सामने किया आत्मसमर्पण


मारियूपोल

यूक्रेन-रूस युद्ध के बीच, मारियूपोल में रूसी सेना ने बड़ी कामयाबी का दावा किया है. मारियूपोल में यूक्रेन की पूरी ब्रिगेड ने सरेंडर कर दिया है. यूक्रेन की 36वीं मरीन ब्रिगेड ने आत्मसमर्पण किया है. इस आत्मसमर्पण के तहत,1026 सैनिकों ने हथियार डाले हैं. हथियार डालने वालों में 162 यूक्रेनी अधिकारी भी शामिल हैं.

रूस का दावा है कि दोनेत्स्क के बागियों के साथ रूसी सेना ने जो घेराबंदी की थी, उसमें रूस को बड़ी सफलता मिली है. इससे पहले आमने-सामने की लंबी लड़ाई चली, जिसके बाद 95 प्रतिशत इलाके में रूस ने कब्जा कर लिया.

अब क्रीवरी को बनाया जा रहा है निशाना

क्रीवरी खैरसॉन से बिल्कुल सटा हुआ इलाका है. यहां से 50 किलोमीटर की दूरी पर रूसी सेना रुकी हुई है. क्रीवरी राष्ट्रपति जेलेंस्की का भी इलाका है. यहां पर लड़ाई लगातार चल रही है. क्रीवरी को पाने की कोशिश की जा रही है. समुद्र से आना जना बिलकुल रुक गया है. यह इकोनॉमिक हब है और इस्पात का सेंटर भी है. इसलिए इसे निशाना बनाया जा रहा है. यहां के बाहरी इलाकों में 15 गांव हैं जहां आर-पार की लड़ाई छिड़ी हुई है.

सेंट्रल यूक्रेन के एक रेलवे स्टेशन में मिसाइल हमला

 इस वक्त यूक्रेन में युद्ध का भीषण रूप देखा जा सकता है. नीपर ओब्लास्ट में सेंट्रल यूक्रेन के एक रेलवे स्टेशन में मिसाइल हमला हुआ है. इस हमले से रेल व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है. दो दिन पहले एयरपोर्ट पर भी हमला हुआ था. एक तरह से रूस एक पूर्वनियोजित रणनीति के तहत, पहले पूर्व में और अब मध्य में बड़े हमले कर रहा है.और धीरे-धीरे देश की सलामी स्लाइसिंग कर रहा है और आगे बढ़ रहा है. आने वाले दिनों में ये लड़ाई और भी भीषण रूप ले सकती है.

नरसंहार के निशान मिटा रहा है रूस

आपको बता दें कि यूक्रेन ने दावा किया है कि रूस पूरे यूक्रेन में नरसंहार के निशान मिटाने के लिए अमानवीय तरीके अपना रहा है और इसके लिए रूस मोबाइल शवदाह वैन का इस्तेमाल कर रहा है. मारियूपोल में 13 मोबाइल शवदाह वैन देखे गए हैं. इनकी मदद से रूस सड़कों पर पाए जाने वाले शवों को ठिकाने लगा रहा है. कहा जा रहा है बूचा में रूस ने जो नरसंहार किया था उसके आरोपों से बचने की कोशिश में रूस ऐसा कर रहा है. रूस अपने पीछे कोई सबूत और नामोनिशान नहीं छोड़ना चाहता.

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