लखीमपुर खीरी
लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा के आरोपी आशीष मिश्र टेनी को फिलहाल राहत नहीं मिली है। उनकी जमानत अर्जी पर सुनवाई करते हुए जिला जज ने तीन नवंबर को अगली तिथि निर्धारित की है। ऐसे में आशीष को फिलहाल जेल में ही रहना पड़ेगा। इसके साथ ही तीन नवंबर को ही आरोपी आशीष पांडेय और लव कुश की जमानत अर्जी पर भी सुनवाई होगी। तिकुनियां मामले में इन्हीं दोनों को पुलिस ने सबसे पहले गिरफ्तार किया था।
तिकुनिया कांड के मुख्य आरोपी आशीष मिश्र मोनू की प्लेटलेट्स में मंगलवार को काफी सुधार हुआ था, जिसके बाद उसे शाम सात बजे जिला अस्पताल से जेल में शिफ्ट कर दिया गया था। मंगलवार को हुई जांच में प्लेटलेट्स सवा दो लाख, खाना खाने के बाद शुगर 224 निकली, जबकि खाना खाने से पहले की शुगर नार्मल थी। अब आशीष मिश्र का इलाज जेल अस्पताल में ही चल रहा है।
केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी के पुत्र और तिकुनिया कांड के आरोपी आशीष मिश्र की तबीयत खराब होने के बाद 23 अक्तूबर को पुलिस कस्टडी रिमांड पूरी होने से एक दिन पहले ही जेल अस्पताल में दाखिल कराया गया था। जहां रात भर चले इलाज के बाद 24 अक्तूबर को उसे जिला अस्पताल के सेफ हाउस में शिफ्ट किया गया था। जहां पर तीन डॉक्टरों की टीम उसका इलाज कर रही थी। जांच कराने पर डेंगू की पुष्टि के साथ शुगर भी बढ़ी निकली थी।
जिला अस्पताल के सेफ वार्ड में तीन दिन तक इलाज चला। इसके बाद मंगलवार को फिर डॉक्टरों की टीम ने शुगर से लेकर प्लेटलेट्स की जांच कराई। सेहत में सुधार होने पर आशीष मिश्रा को मंगलवार शाम फिर से जेल में शिफ्ट कर दिया गया।तीन अक्तूबर को तिकुनिया बवाल में आठ लोगों की मौत के बाद देर रात और चार अक्तूबर के तड़के इस मामले में दो एफआईआर दर्ज की गई थीं। पहली एफआईआर तिकुनिया थाने में दो बजकर 53 मिनट पर किसानों की तरफ से आशीष मिश्र मोनू समेत 15-20 अज्ञात के खिलाफ लिखाई गई थी।
दो घंटे बाद ही मामले में सुबह करीब पांच बजे सदर थाने में भाजपा सभासद सुमित जायसवाल ने अज्ञात लोगों पर हत्या के आरोप में एफआईआर दर्ज कराई थी, जिसका नंबर 220 था। पर्यवेक्षण टीम दोनों ही मामलों में लगातार पूछताछ कर रही है।पहली एफआईआर में जहां आशीष मिश्र मोनू समेत कुल 13 आरोपी गिरफ्तार किए गए हैं। वहीं, मंगलवार को 220 नंबर एफआईआर की विवेचना में जांच टीम ने लंबी पूछताछ के बाद गुरुविंदर सिंह और विचित्र सिंह को गिरफ्तार किया है।