काबुल
अफगानिस्तान में जब से तालिबान राज की वापसी हुई है, तब से आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट ने और तेज गति से कत्लेआम मचाना शुरू कर दिया है। अफगानस्तिान की राजधानी काबुल में मंगलवार को एक के बाद एक हुए दो शक्तिशाली वस्फिोटों में कम से कम 19 लोगों की मौत हो गई और 50 अन्य घायल हो गये। तालिबानी स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह जानकारी दी है। मीडिया रिपोर्ट में सरदार दाऊद खान अस्पताल में हुए इन हमलों को फिदायीन हमले बताया जा रहा है। इस आतंकी हमले की जिम्मेदारी इस्लामिक स्टेट ने ली है। इस हमले ने इस्लामिक स्टेट की 2017 की वारदात याद दिला दी, जिसमें आतंकी संगठन ने इसी अस्पताल में हमलाकर 30 लोगों को मारा था।
तालिबानी गृह मंत्रालय के प्रवक्ता कारी सैयद खोस्ती ने विस्फोट के कुछ ही मिनटों बाद इनकी पुष्टि की और बताया कि कई लोग हताहत हुए हैं। हालांकि, उन्होंने कोई और विवरण नहीं दिया। स्वास्थ्य मंत्रालय ने अस्पतालों से हताहतों के आंकड़े मिलने के बाद नई संख्या जारी की है। पहले दिन में मीडिया ने खबर दी थी कि इन धमाकों में 15 लोगों की मौत हो गयी और 34 अन्य घायल हो गये। लेकिन समाचार एजेंसी एएफपी ने बताया कि अब तक इस हमले में 16 लोगों की मौत हुई है और 50 से अधिक घायल हैं।
सोशल मीडिया पोस्ट और मीडिया रिपोर्ट्स में सरदार मोहम्मद दाऊद खान अस्पताल और वजीर अकबर खान अस्पताल के सामने हुए वस्फिोटों को 'फिदायीन हमला' करार दिया गया है। घटनास्थल पर मौजूद सूत्रों ने बताया कि वस्फिोट स्थल से छोटे हथियारों से गोलीबारी की आवाजें भी सुनी गईं। मीडिया रिपोर्ट में पहले बताया गया कि वजीर अकबर खान अस्पताल सहित दो स्थानों पर वस्फिोट हुए। बाद में जानकारी दी गयी कि दोनों वस्फिोट दाऊद अस्पताल के बाहर हुए। एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि सार्वजनिक स्वास्थ्य मंत्रालय के पास 400 बस्तिरों वाले अस्पताल में एक आत्मघाती बम हमला हुआ। यह धमाका सरदार मोहम्मद दाऊद खान अस्पताल के पास हुआ।