पटना
छठ महापर्व के लिए 92 घाटों में से 57 पर तैयारी शुरू कर दी गई है। वहीं 35 घाटों पर गंगा का जलस्तर बढ़ने से काम बाधित है। शुक्रवार की सुबह आठ बजे तक गंगा का जलस्तर आठ सेंटीमीटर घटने की संभावना है। जलस्तर में कमी आते ही घाटों पर काम शुरू कर दिया जाएगा।
नगर आयुक्त हिमांशु शर्मा ने बताया कि आगामी पांच नवंबर तक सभी घाट तैयार कर लिये जाएंगे। वहीं, सात नवंबर से छठ व्रतियों के लिए साफ-सुथरा घाट उपलब्ध करा दिया जाएगा। घाटों की सफाई तीन चरणों में पूरी करनी है। साथ ही प्रत्येक घाट के एक किलोमीटर के क्षेत्र को नो टॉलरेंस एरिया घोषित किया जाएगा।
पहले चरण की सफाई पांच नवंबर तक पूरा करने के बाद छह नवंबर से प्रत्येक घाट का एक किलोमीटर का दायरा नो टॉलरेंस एरिया घोषित किया जाएगा। दीपावली के बाद लोग पूजा सामग्री और मूर्तियों को गंगा में प्रवाहित करते हैं, इसलिए नगर निगम ने अपने सभी सफाई निरीक्षकों यह जिम्मेवारी दी है कि लोगों को गंगा में पूजन सामग्री प्रवाहित करने से रोकें।
घाटों पर या दूसरे स्थलों पर पूजन सामग्री को संग्रहित करने की व्यवस्था की जाए। दूसरे चरण की सफाई का कार्य छह नवंबर तक पूरा कर लिया जाएगा और सात नवंबर से घाट छठ व्रतियों के लिए उपलब्ध हो जाएगा। गंगा किनारे सभी 93 घाटों समेत पार्कों और तालाबों की सफाई के लिए नगर निगम ने 1360 सफाई मजदूर और 133 सफाई पर्यवेक्षकों को लगाया है। प्रत्येक घाट पर 10 सफाई मजदूर और एक पर्यवेक्षकों की तैनाती की गई है।