लखनऊ
दिवाली के बाद समाजवादी पार्टी अगले साल बिछने वाली चुनावी बिसात के मोहरे तय कर देगी। इस बार सपा मुखिया अखिलेश यादव समय रहते प्रत्याशी तय करने की तैयारी में हैं, ताकि उन्हें चुनाव प्रचार के लिए पर्याप्त वक्त मिल जाए। सिटिंग सीटों पर प्रत्याशी बाद में तय होंगे।
बाइस में बाइसिकल के मिशन के साथ पूरी तैयारियों से उतर रही सपा इस बार प्रत्याशियों का चयन उनकी जीत की क्षमताओं को परखने के बाद करेगी। इसके लिए प्रोफेशनल एजेंसी की मदद ली जा रही है। विभिन्न सीटों पर सपा व संभावित प्रत्याशियों की स्थिति का आकलन भी कराया जा रहा है। इसके साथ ही संगठन से आंतरिक फीडबैक लेने के बाद तय पैनल से प्रत्याशी तय होंगे।
इन दिनों सपा मुख्यालय में टिकट के आवेदकों का जमावड़ा लगा रहता है। अभी चुनाव की डुगडुगी बजी नहीं है, लेकिन चुनाव सरगर्मियां जोरों पर हैं। पार्टी ने तय फीस के साथ चुनाव टिकट के लिए आवेदन मांगे थे। अब तक पांच हजार से ज्यादा आवेदन आ चुके हैं। चूंकि इस बार बड़े दल से गठजोड़ नहीं हो रहा है, इस कारण पार्टी के लिए अपने मजबूत दावेदारों को टिकट देने में पिछले बार के मुकाबले ज्यादा मुश्किलें नहीं आएंगी।