मंदसौर
मंदसौर में स्टेडियम परिसर में झोपड़ी बनाकर रह रहे सात बार हाकी में नेशनल प्रतियोगिता में खेल चुकी सागू डाबर के परिवार को हटाने के लिए पूरा प्रशासन आमदा है। उसकी झोपड़ी का लाइट कनेक्शन तक काटा जा चुका है। मंदसौर की आदिवासी लड़की सागू डावर यहां स्ट्रीट लाइट में पढ़ने को मजबूर है। सागू अपनी मां के साथ घरों में झाड़ू, पोछा, बर्तन धोने का काम कर घर का खर्च चलाती है। मंदसौर जिला प्रशासन सागू के पीछे पड़ गया है। उसके घर की लाइट काट दी गई है और सरकारी जमीन पर बना उसका झोपड़ा तोड़ने के लिए उसे 7 दिन का अल्टीमेटम दिया गया है।
मंदसौर में रहने वाली जूनियर हाकी की नेशनल प्लेयर सागू का परिवार 35 सालों से एक सरकारी जमीन पर अपना झोपड़ा बनाकर रहता आ रहा है। 18 साल की सागू के पिता की मौत हो चुकी है। एक बड़ा भाई जो कमाने वाला था उसकी भी मौत 2 साल पहले करंट लगने से हो गई थी। मंदसौर में अतिक्रमण हटाने की मुहिम के चलते इस परिवार को भी सरकारी नोटिस मिला था। जिसमें तहसीलदार द्वारा कहा गया था कि सात दिन के अंदर यह लोग अपनी व्यवस्था कहीं और जमा लें। लेकिन 1 दिन बाद ही इनके घर की लाइट विद्युत मंडल द्वारा काट दी गई और अब हालात यह हैं कि पूरा परिवार अंधेरे में बैठा है।