Sunday, December 28

ब्रोकन हार्ट सिंड्रोम की वजह से हो सकती है मौत

ब्रोकन हार्ट सिंड्रोम की वजह से हो सकती है मौत


क्या कभी आपका दिल टूटा है। यदि हां, तो आपने निश्चित तौर पर अपने सीने में दर्द महसूस किया होगा। अक्सर होता है कभी प्यार में , तो कभी ब्रेकअप होने पर , अपने किसी को खोने या फिर भरोसा टूटने पर दिल टूट सकता है। इस वक्त एक व्यक्ति के दिल पर बहुत गहरा असर पड़ता है। लगता है जैसे कुछ बहुत दर्द दे रहा हो। हालांकि लोग इसे इमोशनल पेन का नाम दे देते हैं।

कभी न कभी हर व्यक्ति के साथ ऐसा जरूर हुआ होगा, लेकिन आप अंदाजा भी नहीं लगा सकते कि टूटा हुआ दिल कितना जानलेवा हो सकता है। इसे ब्रोकन हार्ट सिंड्रोम कहते हैं । यह एक ऐसी गंभीर स्थिति है, जो किसी को भी हो सकती है। तो आइए जानते हैं क्या होता है ब्रोकन हार्ट सिंड्रोम और क्या हैं इसके लक्षण।

​क्या ब्रोकन हार्ट सिंड्रोम हार्ट अटैक जैसा होता है

इन दोनों ही स्थितियों में लक्षण अक्सर समान होते हैं, इसलिए कई बार लोग इसे हार्ट अटैक का संकेत भी मान लेते हैं। लेकिन ब्रोकन हार्ट सिंड्रोम हार्ट अटैक जैसा नहीं है। हार्ट अटैक या दिल का दौरा तब पड़ता है जब हार्ट आर्टरीज ब्लॉक हो जाती हैं। जिससे ब्लड ठीक से फ्लो नहीं हो पाता और टिश्यू डैमेज हो जाता है। इसके विपरीत इस बात का कोई प्रमाण नहीं है कि ब्रोकन हार्ट सिंड्रोम का ब्लॉक्ड आर्टरीज से कोई लेना-देना है। बल्कि यह ज्यादातर तनाव से जुड़ा हुआ है, जिसमें दिल का आकार बढ़ जाता है और ब्लड को ठीक से पंप करने में परेशानी होती है।

​क्या है ब्रोकन हार्ट सिंड्रोम

इसे ताकुत्सुबो कार्डियोमायोपैथी या स्ट्रेस्ड इंड्यूज्ड कार्डियोमायोपेथी ब्रोकन हार्ट के नाम से भी जाना जाता है। ब्रोकन हार्ट सिंड्रोम की समस्या तब होती है जब कोई व्यक्ति बहुत ज्यादा तनाव से गुजर रहा हो। इस दौरान दिल की मासंपेशियां बहुत कमजोर हो जाती हैं। यह एक अस्थाई हृदय की स्थिति है, तो तनाव से जुड़ी घटनाओं या भावनाओं से पैदा होती है।

​दो तरह के तनाव का कारण है ब्रोकन हार्ट सिंड्रोम

ब्रोकन हार्ट सिंड्रोम दो तरह के तनाव यानी भावनात्मक और शारीरिक तनाव के लिए जिम्मेदार होता है। यह या तो दुख, ज्यादा गुस्सा, डर या अन्य भावनओं से जुड़ा हुआ है। इसके अलावा यह कभी एक गंभीर शारीरिक बीमारी या फिर सर्जरी जैसे शारीरिक तनाव के कारण हो सकता है।

विशेषज्ञों का मानना है कि हमारा दिल स्ट्रेस हार्मोन के लिए जिम्मेदार है। दरअसल, तनाव के कारण हमारा दिल बहुत तेजी से धड़कने लगता है। विशेषज्ञ कहते हैं कि जब आप चिंतित होते हैं या दिल टूट जाता है तो आपका शरीर इस स्ट्रेस हार्मोन को बहुत अधिक मात्रा में रिलीज करता है, जो बदले में आपके दिल पर और भी ज्यादा दबाव डालता है, जिससे ब्लड को ठीक से पंप करने में दिक्कत होती है। दिल की इस तरह की बहुत ज्यादा उत्तेजना स्ट्रेस कार्डियोमायोपैथी का कारण बनती है।

​ब्रोकन हार्ट सिंड्रोम के लक्षण

    अचानक सीने में दर्द और जकडऩ होना
    सांस लेने में तकलीफ होना
    थकान या कमजोरी महसूस होना

इन लक्षणों के अलावा कुछ लोगों में हाइपोटेंशन के एपिसोड भी हो सकते हैं। इसके अलावा बहुत ज्यादा पसीना आना, दिल की धड़कन तेज होना और मतली आना भी ब्रोकन हार्ट सिंड्रोम के सामान्य लक्षण हैं।

​क्या ब्रोकन हार्ट सिंड्रोम घातक है

ज्यादातर लोगों के लिए ब्रोकन हार्ट सिंड्रोम एक अस्थाई स्थिति है। ज्यादातर लोग बिना किसी खतरे के इससे आसानी से उभर जाते हैं। फिर भी समस्या गंभीर होने पर लोग इससे मर भी सकते हैं। यह स्थिति अनियसमित दिल की धड़कन का कारण बनती है, जिससे कार्डियोजेनिक शॉक हो सकता है। इसमें आपका दिल कमजोर हो जाता है, जिससे शरीर के बाकी हिस्सों में ब्लड पंप करने की क्षमता सीमित हो जाती है।

ब्रोकन हार्ट सिंड्रोम घातक नहीं है, फिर भी गंभीर लक्षण दिखने पर डॉक्टर को दिखाएं और ज्यादा देर न करते हुए मेडिकल ट्रीटमेंट शुरू कर देना चाहिए।

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