रायपुर। छत्तीसगढ़ में बनी फिल्म भूलन द मेज जो कि अंतर्राष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल इटली एवं कैलिफोर्निया में पुरस्कृतिक हो चुका हैं कि अब 67वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार समारोह में 25 अक्टूबर को उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू फिल्म के निमार्ता मनोज वर्मा को पुरस्कार देंगे। राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त करने के लिए फिल्म के निमार्ता मनोज वर्मा आज सुबह रवाना हुए।
दिल्ली रवाना होने से पहले से मनोज वर्मा ने बताा कि यह फिल्म लेखक संजीव बख्शी के उपन्यास भूलन कांदा पर आधारित है और पूरी फिल्म छत्तीसगढ़ में फिल्माई गई है। फिल्म के माध्यम से यह संदेश दिया गया है कि देश की न्याय प्रणाली सशक्त है और लोगों को अदालत पर भरोसा है, लेकिन न्याय व्यवस्था में शामिल जिम्मेदारों को जागने की जरूरत है। भूलन द मेज पहली ऐसी फिल्म है जिसने अंतर्राष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल इटली एवं कैलिफोर्निया में पुरस्कार जीत चुका है। इसके पहले यह फिल्म कोलकाता, दिल्ली, ओरछा, आजमगढ़, रायपुर, रायगढ़ में पुरस्कृत हो चुका है। अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार मिलने के बाद छत्तीसगढ़ सरकार ने एक करोड़ रुपए की अनुदान राशि देने की घोषणा की है। यदि कोरोना महामारी के दौर में परिस्थितियां ठीक रही तो अप्रैल 2022 में फिल्म को सिनेमाघरों व मल्टीप्लेक्स में रिलीज किया जाएगा। वर्मा पुरस्कार लेने के लिए आज सुबह दिल्ली के लिए रवाना हो गए जहां पर वे 24 अक्टूबर को समारोह में रिहर्सल करेंगे और 25 अक्टूबर को उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू के हाथों अपना और छत्तीसगढ़ का पहला राष्ट्रीय फिल्म प्राप्त करेंगे।