भोपाल
एक पश्चिमी विक्षोभ पाकिस्तान और उससे लगे जम्मू-कश्मीर पर सक्रिय हो गया है। अधिक तीव्रता के इस सिस्टम के कारण शनिवार से उत्तर भारत के पहाड़ी इलाकों में बारिश के साथ ही बर्फबारी होने की संभावना है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक इस सिस्टम के तीन बाद उत्तर भारत से आगे बढ़ने की संभावना है। इसके साथ ही हवाओं का रुख उत्तरी होने लगेगा। जिसके चलते मध्यप्रदेश में रात के तापमान में तेजी से गिरावट का सिलसिला शुरू हो सकता है।
मौसम विज्ञान केंद्र के मौसम विज्ञानी पीके साहा ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ के असर से हवाओं का रुख बदलने लगा है। जिसके चलते अब अधिकतम और न्यूनतम तापमान में बढ़ोतरी होने लगी है। शुक्रवार को राजधानी का अधिकतम तापमान 32.8 डिग्रीसे. रिकार्ड किया गया। जो सामान्य से एक डिग्रीसे. अधिक रहा। साथ ही गुरुवार के अधिकतम तापमान (31.8 डिग्रीसे.) की तुलना में एक डिग्रीसे. अधिक रहा। मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि पाकिस्तान और उससे लगे जम्मू-काश्मीर पर बने सिस्टम के कारण हवाओं का रुख बदलकर दक्षिणी और दक्षिण-पश्चिमी होने लगा है।
जिसके चलते शनिवार से न्यूनतम तापमान में अब बढ़ोतरी होने लगेगी। पश्चिमी विक्षोभ के तीन दिन तक उत्तर भारत में बने रहने की संभावना है। इसके असर से उत्तर भारत के पहाड़ी क्षेत्रों में बारिश के साथ बर्फबारी भी होने की संभावना है। तीन बाद सिस्टम के आगे बढ़ने के बाद हवाओं का रुख एक बार फिर उत्तरी होने लगेगा। सर्द हवाओं के चलने से राजधानी सहित प्रदेश के अधिकांश जिलों में न्यूनतम तापमान कम होने लगेगा। जिसके चलते वातावरण में सिहरन बढ़ेगी।