नई दिल्ली
रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) और भारतीय वायुसेना की टीम ने शुक्रवार को एक हवाई प्लेटफार्म से स्वदेशी रूप से विकसित लांग रेंज बम का सफलतापूर्वक परीक्षण किया। डीआरडीओ की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि भारतीय वायुसेना के लड़ाकू विमानों से छोड़े जाने बाद इस लांग रेंज बम ने सटीकता के साथ लंबी दूरी तय करते हुए जमीन पर मौजूद लक्ष्य को सफलतापूर्वक ध्वस्त कर दिया। डीआरडीओ ने कहा है कि इस परीक्षण में मिशन के सभी उद्देश्यों को सफलतापूर्वक पूरा किया गया। गौरतलब है कि भारतीय वायुसेना ने यह परीक्षण ऐसे वक्त में किया है जब सीमाओं पर चीन से गतिरोध बरकरार है। चीन की चालबाजियों को देखते हुए भारतीय सेना ने भी अपनी तैनाती बढ़ाई है। अभी बीते बुधवार को ही भारत ने एपीजे अब्दुल कलाम द्वीप से परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम और सतह से सतह पर पांच हजार किलोमीटर तक मार करने वाली बैलिस्टिक मिसाइल अग्नि-5 का सफल परीक्षण कर दुनिया को चौंका दिया था। अग्नि-5 मिसाइल को डीआरडीओ और भारत डायनेमिक्स लिमिटेड ने विकसित किया है।
1.75 मीटर लंबी और दो मीटर व्यास वाली अग्नि-5 मिसाइल 1,500 किलोग्राम का वारहेड ले जाने में सक्षम है। अग्नि-5 मिसाइल 8.16 किलोमीटर प्रति सेकेंड की रफ्तार से चलने वाली ध्वनि की गति से 24 गुना तेज होगी। यह 29,401 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से दुश्मन पर हमला बोलने में सक्षम है। यह रिंग लेजर गायरोस्कोप नेविगेशन प्रणाली से लैस है जो उपग्रह से मिलने वाले दिशा-निर्देशों के साथ काम करती है। इसे मोबाइल लांचर से प्रक्षेपित किया जा सकता है।