Thursday, October 3

राष्ट्रीय पशुधन मिशन के प्रभावी क्रियान्वयन से पशुपालकों का समग्र विकास हो – एपीसी शैलेन्द्र सिंह

राष्ट्रीय पशुधन मिशन के प्रभावी क्रियान्वयन से पशुपालकों का समग्र विकास हो – एपीसी शैलेन्द्र सिंह


भोपाल

पशुपालकों के समग्र विकास के लिये राष्ट्रीय पशुधन मिशन का प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जाये। जनता को नरवाई जलाने से होने वाले नुकसान से अवगत कराने के लिये जागरूकता का प्रचार-प्रसार करें। अपर मुख्य सचिव एवं कृषि उत्पादन आयुक्त शैलेन्द्र सिंह ने गुरूवार को वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से इंदौर संभाग के सभी जिलों में खरीफ 2021 की समीक्षा एवं रबी 2021-22 के कार्यक्रम निर्धारण के लिये आयोजित बैठक में उक्त निर्देश दिये।

कृषि उत्पादन आयुक्त सिंह ने खरीफ एवं रबी की समीक्षा बैठक में सर्वप्रथम पशुपालन विभाग की समीक्षा की। उन्होंने संभाग के सभी जिलों के कलेक्टर्स को निर्देश दिये कि सभी पशुपालकों के समग्र विकास के लिये राष्ट्रीय पशुधन मिशन का प्रभावी क्रियान्वयन करने के लिये जिला स्तरीय कार्य-योजना तैयार करें। उन्होंने संभागायुक्त डॉ. शर्मा को संभाग में दुग्ध संघ को बढ़ावा देने के लिये बेहतर मार्केटिंग की दिशा में प्रयास करने एवं धार में दुग्ध सहकारी समिति द्वारा भूमि आवंटन के संबंध में की गई माँग की पूर्ति सुनिश्चित करने को कहा है। एपीसी सिंह ने दुग्ध उत्पादक समितियों के माध्यम से इंदौर संभाग में दुग्ध कलेक्शन बढ़ाने के दिशा-निर्देश भी दिये।

एपीसी सिंह ने जिलों में किसानों को नरवाई जलाने से होने वाले प्रदूषण और अन्य पर्यावरणीय नुकसानों से अवगत कराने के लिये जागरूक करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि सभी जिलों में नरवाई में आग लगाने की घटनाओं पर नियंत्रण करने की प्रभावी पहल करें। पर्यावरण विभाग द्वारा इस दिशा में वर्ष 2017 में जारी किये गये विस्तृत दिशा-निर्देशों का भी प्रभावी पालन सुनिश्चित करायें। उन्होंने सभी जिलों में अवशेष प्रबंधन के लिये उपयोगी यंत्रों के प्रयोग को प्रोत्साहित करने पर जोर दिया।

एपीसी सिंह ने इंदौर संभाग में वर्ष 2020-21 उद्यानिकी फसलों का रकबा एवं उत्पादन की समीक्षा के साथ एक जिला-एक उत्पाद अंतर्गत जिलों को निर्धारित किये गये लक्ष्यों की समीक्षा भी की। उन्होंने सभी जिलों के जिला पंचायत सीईओ को निर्देश दिये कि एक जिला उत्पाद के तहत किसानों की आय और उत्पादन को दोगुना करने के लिये विभिन्न नवाचार अपनाये जाए। सहकारिता विभाग की समीक्षा करते हुए सहकारी समितियों के माध्यम से उर्वरक आपूर्ति सुनिश्चित कराने एवं अल्पावधि ऋण वितरण की शत-प्रतिशत पूर्ति कराने के निर्देश दिये गये। मत्स्य विभाग की समीक्षा में मनरेगा से बनने वाले सामुदायिक तालाब में मत्स्य पालन के लिये महिला स्व-सहायता समूह को बेहतर प्रशिक्षण की व्यवस्थाएँ उपलब्ध कराने के निर्देश भी दिये गये।

प्रदेश स्तर से अपर मुख्य सचिव पशुपालन, प्रमुख सचिव मत्स्य, प्रमुख सचिव उद्यानिकी, संचालक किसान-कल्याण तथा कृषि विकास, इंदौर कमिश्नर कार्यालय के एनआईसी कक्ष से संभागायुक्त सहित कृषि, उद्यानिकी, पशुपालन एवं संबंधित विभाग के अधिकारी उपस्थित रहे। कलेक्टर इंदौर, धार, झाबुआ एवं बड़वानी अपने-अपने जिलों के एनआईसी कक्ष से वर्चुअली सम्मिलित हुए।

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