पटना
बिहार में तीन दिनों से हो रही बारिश से कई जिलों में पांचवीं बार बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। नदियों का जलस्तर बढ़ने लगा है। कोसी और गंडक का डिस्चार्ज दो लाख घनसेक से ऊपर चला गया है। साथ ही कमला बलान और महानंदा लाल निशान से ऊपर चली गई है। लिहाजा कोसी और उत्तर बिहार के कई गांवों में एक बार फिर पानी प्रवेश कर गया है। अररिया के जोगबनी में रेलवे ट्रैक पर पानी चढ़ने से रेल यातायात बाधित हो गया है। पांच जिलों-किशनगंज, अररिया, सुपौल, दरभंगा और मधुबनी में पांचवीं बार बाढ़ का खतरा उत्पन्न हो गया है। कमला बलान नदी झंझारपुर में एक मीटर 15 सेमी लाल निशान से ऊपर चली गई है। महानंदा भी किशनगंज में लाल निशान से 65 सेमी ऊपर है। नेपाल में भी वर्षा होने से कोसी का डिस्चार्ज दो लाख 44 हजार घनसेक हो गया है। वाल्मीकिनगर बराज पर गंडक से भी दो लाख घनसेक से अधिक पानी निकल रहा है।
बारिश से मुजफ्फरपुर शहर के निचले इलाकों के घरों में फिर पानी घुस गया है। जिले के कनकी मुसहरी आदि का सड़क संपर्क प्रखंड व जिला मुख्यालय से भंग हो गया है। बाऊर घनश्यामपुर प्रधानमंत्री ग्राम्य सड़क पर दो से तीन फीट तक पानी बह रहा है। नदियों में उफान से मधुबनी के मधेपुर प्रखंड के गढ़गांव व बसीपट्टी में पानी फैल गया है। दरभंगा के घनश्यामपुर के दस गांव बाढ़ से घिर गये हैं। जोगबनी में रेलवे ट्रैक पर पानी चढ़ जाने से रेल यातायात बाधित हो गया है। कटिहार में गंगा नदी और खगड़िया जिले में कोसी नदी का कटाव तेज हो गया है।