लाइफस्टाइल. कई बार लाइफ में ऐसा होता है कि साधारण से सवाल का जवाब साधारण नहीं मिल पाता। कोरोना की वजह से हम बहुत मुश्किल दौर से गुजर रहे हैं और एक बार फिर पीने के पानी के महत्व को समझना पड़ेगा। कुछ लोग कहते हैं कि दिन में कम से कम 8 ग्लास पानी पीना चाहिए, कुछ कहते हैं कि उतना पानी पियो जितनी आपके शरीर को जरूरत हो। ऐसे में यह बहुत कन्फ्यूज होने वाली स्थिति बन जाती है। दरअसल, कितना पानी पीना चाहिए इसकी कोई थ्योरी नहीं है। उम्र और फिजिकल एक्टीविटी पर पानी की मात्रा निर्भर करती है।
हमारे शरीर से पानी सांस, यूरिन, मल त्याग और पसीने के माध्यम से निकलता है। ऐसे में पानी की कमी को पूरा करने के लिए हम ज्यादा पानी पीते हैं। नेशनल एकेडमी ऑफ साइंसेज इंजीनियरिंग एंड मेडिसिन के अनुसार एक व्यस्क को आदमी को 3.7 लीटर और महिला को 2.7 लीटर पानी पीना चाहिए। इसमें अन्य पेय पदार्थों और भोजन के तरल पदार्थ भी शामिल हैं। हमारे दैनिक पानी का लगभग 20 प्रतिशत भोजन और अन्य पेय से आता है। इस रिपोर्ट के मुताबिक, दिन में आठ ग्लास पानी पीना चाहिए, यह सुनने में बहुत अच्छा लगता है लेकिन वास्तव में ऐसा है नहीं।
ऐसे में अगर कोई व्यस्क व्यक्ति 8-10 घंटे एयरकंडीशनर ऑफिस में बैठा रहता है तो 8 ग्लास पानी दिनभर में पीने से उसका काम चल जाएगा, लेकिन जो कड़ी धूप में काम कर रहा है, उसे ज्यादा पानी लगेगा।
इसी तरह अगर आप एक्सरसाइज करते हैं तो आपके शरीर से पानी ज्यादा पसीने के रूप में बाहर निकलता हैं। ऐसे फिजिकल एक्टिव रहने वालों को पानी अधिक पीना चाहिए। इसी तरह मौसम का भी खास असर पड़ता है। कभी-कभी अत्यधिक गर्म मौसम भी निर्जलीकरण का कारण बन सकता है। इस प्रकार यह सलाह दी जाती है कि गर्म मौसम में पानी और अन्य शीतल पेय पीते रहें।