रायपुर
कच्चे माल की लागत में भारी वृद्धि के साथ धातु की ढलाई का उत्पादन करने वाली फाउंड्री या तो उत्पादन कम करने या बंद करने के लिए मजबूर हैं, क्योंकि वे लागत के बढ़ते दबाव को पूरा करने में असमर्थ हैं। महंगे कच्चे माल और अन्य इनपुट सामग्री ने पिछले दो महीनों में फाउंड्री में उत्पादन लागत को कम से कम 25 प्रतिशत तक बढ़ा दिया है। इंस्टिट्यूट आॅफ इंडियन फाउंड्रीमेन (आईआईएफ) ने कच्चे माल की आयात शुल्क को कम करने की मांग करते हुए कहा कि पूरे भारत में फाउंड्री को कम से कम एक पखवाड़े या उससे अधिक समय के लिए उत्पादन बंद करने के लिए मजबूर होना पडा है।
आईआईएफ के अध्यक्ष देवेंद्र जैन ने कहा कि केंद्र सरकार कास्टिंग उत्पादन में इस्तेमाल होने वाले प्रमुख कच्चे माल पर आयात शुल्क को वापस ले। अधिकांश कच्चे माल का आयात किया जाता है और इसलिए आयात शुल्क में कटौती से उत्पादन की लागत को कम करने में मदद मिलेगी। सरकार को नीतिगत समर्थन के माध्यम से भारत में कास्टिंग उत्पादन में इस्तेमाल होने वाले फेरो-मिश्र धातु और विभिन्न रसायनों के निर्माण को प्रोत्साहित करना चाहिए।