इंदौर
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आइआइटी) इंदौर फिलहाल यह तय नहीं कर पा रहा है कि नियमित कक्षाएं कब से शुरू होंगी। महामारी के दूसरे चरण के प्रकोप से लेकर अब तक आइआइटी कई बार अपने विद्यार्थियों को कह चुका है कि सभी वैक्सीन के दोनों डोज लगवा ले।
संस्थान ने तय कर रखा है कि जब वैक्सीन के दोनों डोज लगवा चुके विद्यार्थियों को ही परिसर में प्रवेश दिया जाएगा। वैक्सीन का प्रमाण पत्र देखने के बाद विद्यार्थी अंदर आ सकेंगे। कोरोना महामारी में संक्रमण से कई विद्यार्थी और स्टाफ संक्रमित हो गए थे। संस्थान अब संक्रमण को लेकर किसी भी तरह की लापरवाही नहीं करना चाहता इसलिए सुरक्षा के लिहाज से विद्यार्थियों के साथ ही पूरे स्टाफ के लिए वैक्सीन के दोनों डोज लगाना अनिवार्य किया गया है।
संक्रमण संख्या कम होने के बाद भी संस्थान नियमित कक्षाएं शुरू करने के लिए अभी और विचार-विमर्श कर रहा है। नवंबर में अगर संक्रमण की संख्या कम रही तो कुछ संख्या में नियमित कक्षाओं की शुरुआत संस्थान कर सकता है। इस समय भी कई विद्यार्थी अपने घर पर है और वहीं से आनलाइन कक्षाओं में शामिल हो रहे हैं। दो वर्ष में प्रवेश लेने वाले नए विद्यार्थी अभी ठीक से आइआइटी परिसर को नहीं देख पाए हैं। ऐसे विद्यार्थी भी संस्थान के होस्टल में ही रहने की इच्छा जाहिर कर रहे हैं। अभी आइआइटी में दीक्षा समारोह भी होना है, जिसे आनलाइन व आफलाइन तरीके से आयोजित किया जाएगा। इसमें आफलाइन तरीके से शामिल होने वाले विद्यार्थियों को वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट लाना जरूरी किया गया है।

