इंदौर. भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने मीडिया से बातचीत में कहा कि अब उन्हें समझ आया कि एक देश, एक पीएम और एक प्रतीक कितना जरूरी है। वह कहते हैं कि बचपन में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सदस्य के रूप में हम एक नारा बुलंद करते थे कि दो गठन, दो प्रधानमंत्री और दो राष्ट्रीय प्रतीक। भारतीय जनसंघ के संस्थापक डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने यह नारा गढ़ा था।एक बच्चे के रूप में, मैंने इसे पूरी तरह से कभी नहीं समझा, लेकिन मैं यह अब समझ सकता हूं कि डॉ. मुखर्जी ने राष्ट्र को एकीकृत करने के लिए कश्मीर में अपने जीवन का बलिदान दिया। मुझे यह भी पता था कि तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू ने अपने गृह मंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल की बात नहीं मानी और मुट्ठी भर मुसलमानों को खुश करने के लिए धारा-370 लगा दी।
उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने धारा-370 और राममंदिर जैसे मुद्दों को हल करने में सफल रही है और वह अभी भी देश के गरीब मजदूरों के जीवन में सुधार करने के लिए जरूरी कदम उठा रहे हैं। उन्होंने 20 लाख करोड़ के आर्थिक पैकेज में सभी वर्गों का ध्यान रखा है।
पीएम मोदी का पहला कार्यकाल स्वर्णिम था। प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना (पीएमयूवाई) का उद्देश्य महिलाओं और बच्चों के स्वास्थ्य को सुरक्षित रखने के लिए उन्हें स्वच्छ खाना पकाने वाला ईंधन- एलपीजी प्रदान करना है। बच्चे अब खाना पकाने के लिए लकड़ी इकट्ठा नहीं करते, बल्कि स्कूल जाते हैं। आठ करोड़ परिवारों के पास अब एलपीजी सिलेंडर की सुविधा है।