पटना
राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव करीब साढ़े तीन साल बाद रविवार को बिहार पहुंचे. उनके पटना आगमन के साथ ही लालू परिवार में हाई वोल्टेज ड्रामा शुरू हो गया. लालू के बड़े बेटे तेजप्रताप पिता को अपने आवास पर ले जाने के मामले में नाराज हो गये और राबड़ी आवास के गेट से लौट गये. अपने आवास के सामने उन्होंने धरना दिया जिसके बाद लालू-राबड़ी अपने बड़े बेटे के पास आ ही गए.
तेज प्रताप पिता को अपने घर पर बुलाने के लिए रविवार की रात थोड़ी देर के लिए धरने पर बैठे. उनकी जिद पर राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी रात करीब साढ़े नौ बजे उनके आवास पर पहुंचे. तेज प्रताप ने अपने पिता के पैर छूये. दूध से उनके पैर धये. लालू प्रसाद ने उनके सिर पर हाथ रख दिया.
तेज प्रताप ने कहा कि मेरे माता-पिता नहीं, बल्कि आज मेरे घर भगवान पधारे हैं. उन्होंने बताया कि मेरा अपने आवास के बाहर धरना केवल इस बात के लिए था कि पिता लालू प्रसाद मेरे घर आ जाएं. बेशक पांच -दस मिनट के लिए आएं. उन्होंने आकर मेरी बात रख ली. अब उन सामंतवादी ताकतों को पता चल गया होगा, जो मुझे मेरे पिता और परिवार से अलग करना चाहते हैं.
लालू प्रसाद ने कहा कि वह उपचुनाव में दोनों सीटों- तारापुर व कुशेश्वरस्थान प्रचार करने जा सकते हैं. एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि तेजप्रताप और तेजस्वी के बीच में कोई विवाद नहीं है और न ही परिवार में कोई झंझट है.बता दें कि राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद रविवार को शाम 6:15 बजे दिल्ली से पटना एयरपोर्ट पहुंचे. एयरपोर्ट पर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव और बड़े बेटे तेज प्रताप यादव पिता को लेने पहुंचे थे. इस दौरान लालू प्रसाद हरा गमछा और हरी टोपी के साथ नजर आये.