दमोह
सरकार की सख्ती के बावजूद रिश्वतखोर (Bribe) बाज नहीं आ रहे हैं। रिश्वरखोरों के हौसले कितने बुलंद हैं इसक अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि सागर लोकायुक्त (Lokayukt Sagar) की टीम ने तीन दिन में दूसरा रिश्वतखोर पकड़ा है।
इस बार लोकायुक्त की टीम ने नगर पालिका के सहायक राजस्व निरीक्षक को रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है। हद तो इस बात की है कि इस रिश्वतखोर ने सरकार द्वारा गरीबों के परिजनों को दी जाने वाली मृत्यु सहायता राशि का भुगतान करने के लिए रिश्वत मांगी थी।
मामले के मुताबिक शहर के नया बाजार में रहने वाले हेमेंद्र राज के पिता की मृत्यु 2020 में हुई थी और उसने प्रदेश सरकार की अनुग्रह सहायता राशि के लिए नगर पालिका में आवेदन किया था जिसके भुगतान के लिए सहायक राजस्व निरीक्षक मनोज तंतुवाय दस हजार रुपये की मांग कर रहा था और लगातार दबाव बना रहा था।
पेशे से मजदूर हेमंत ये रकम देने में सक्षम नहीं था फिर भी उसने हाँ कर दी फिर किसी ने उसे लोकायुक्त में शिकायत करने की सलाह दी। उसने लोकायुक्त सागर की शरण ली। इंस्पेक्टर मंजू सिंह ने बताया कि शिकायत की तस्दीक के बाद टीम ने जाल बिछाया और बुधवार को शहर के मछली मार्केट से सहायक राजस्व निरीक्षक मनोज तंतुवाय को रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। बीच बाजार रिश्वतखोर को पकड़ने के बाद लोकायुक्त की टीम उसे कोतवाली थाना ले गई।