नई दिल्ली
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) ने राष्ट्रीय राजमार्गों के करोड़ों सड़क यात्रियों की सुविधा के लिए सुखद यात्रा मोबाइल ऐप शुरू किया था। विभाग के दावे के मुताबिक, ऐप पर यात्रियों को सफर के दौरान या पूर्व में राष्ट्रीय राजमार्गों के गड्ढे, डायवर्जन, सड़क हादसे, टोल प्लाजा की दूरी, दरें व रियल टाइम डाटा आदि की जानकारी मिल जाएगी। इससे यात्रियों का सफर सुहाना और सुरक्षित बनेगा। हालांकि, जमीनी हकीकत यह है कि सुखद ऐप के खराब प्रदर्शन से यात्री बेहद दुखी हैं।
यह ऐप एनएचएआई द्वारा किए गए दावे के अनुसार, यात्रियों को राजमार्गों के गड्ढे, सड़क दुर्घटना, यातायात जाम, निर्माण कार्य के चलते डायवर्जन, यात्री सुविधा केंद्र, टोल प्लाजा पार करने में लगने वाला समय, दरें, दूरी आदि की जानकारी देने में विफल रहा है। सुखद यात्रा ऐप के खराब प्रदर्शन के चलते यात्रियों ने अपनी प्रतिक्रिया में पांच में से 2.7 रेटिंग स्टार दिए हैं। इससे एनएचएआई के दावे की पोल खुल गई है।
संसद की एक समिति ने भी अपनी रिपोर्ट में सुखद यात्रा एप की खराब रेटिंग पर एनएचएआई की खिंचाई की है। समिति ने कहा कि सुखद यात्रा ऐप की अवधारणा और इसके उपयोग के दायरे बढ़िया हैं, लेकिन उपयोगकर्ताओं (यात्रियों) को राष्ट्रीय राजमार्ग की गुणवत्ता से संबंधित जानकारी दर्ज कराने, राजमार्गों पर गड्ढे, सड़क दुर्घटना की सूचना देने की अनुमति देने में अपने इच्छित लक्ष्य को प्राप्त करने में विफल रहा है। समिति ने सिफाशि की है कि एनएचएआई उक्त एप के लिए एक सहज उपभोक्ता अंतरपृष्ट (यूजर इंटरफेस) तैयार कर सकता है। एप द्वारा उपयोगकर्ताओं से प्राप्त प्रतिक्रिया पर गंभीरता से ध्यान देने की जरूरत है। इसका समधान किया जाना आवश्यक है। एप में सुधार करने के बाद एप का प्रचार एनएचएआई के सोशल मीडिया सहित राजमार्गों के किनारे साइन बोर्ड लगाकर किया चाहिए।