भोपाल
तकनीकी शिक्षा विभाग (डीटीई) ने 145 निजी, सरकारी और अटोनोमश इंजीनियरिंग कॉलेजों की अब तक की काउसंलिंग में 33 हजार 800 से ज्यादा प्रवेश हो चुके हैं। इसमें सबसे ज्यादा साढे 11 हजार प्रवेश कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग (सीएसई) में हुए हैं। वहीं, प्रथम राउंड में दूसरे स्थान पर रहने वाली आईटी ब्रांच पांचवें नंबर पर पहुंच गई है। जबकि मैकेनिकल छठवें नबंर से उछाल लेकर दूसरे नंबर पर पहुंच गई है।
प्रदेश के सभी कॉलेजों में सीएसई की 13 हजार 325 सीटें मौजूद हैं, जिसमें से करीब साढे 11 हजार सीटों पर प्रवेश हो चुके हैं। अभी तक काउंसलिंग में सबसे ज्यादा प्रवेश सीएलसी में हुए हैं। वहीं, मैकेनिकल ब्रांच में तीन हजार 620 प्रवेश हुए हैं। जबकि प्रथम राउंड की काउंसलिंग पर विराम लगने पर आईटी में दूसरे स्थान पर थी, लेकिन दूसरे राउंड और इंटरनल स्लाईडिंग के अलावा सीएलसी ने आईटी को दूसरे पायदान से लुढ़क कर पांचवें स्थान पर पहुंचा दिया है।
कल इंजीनियरिंग सहित तकनीकी शिक्षा विभाग के करीब सवा दर्जन कोर्स की सीएलसी पर विराम लग गया है। कल तक प्रदेश के 145 इंजीनियरिंग कॉलेजों की करीब साढे 54 हजार सीटों में से करीब 33 हजार सीटों पर प्रवेश हो चुके हैं। अभी भी करीब साढे 21 हजार सीटें रिक्त हैं। एआईसीटीई ने देशभर में तीस नवंबर तक प्रवेश कराने की तिथि में बढ़ोतरी कर दी है। हालांकि कल सीएलसी का अंतिम दिन था। अब काउंसलिंग अध्यक्ष मुकेश चंद्र गुप्ता आज-कल में काउंसलिंग के कार्यक्रम पर अपने अफसरों से चर्चा कर अंतिम फैसला लेंगे। क्योंकि प्रदेश के सभी कॉलेजों में पर्याप्त संख्या में प्रवेश हो चुके हैं। अब काउंसलिंग के कार्यक्रम को आगे बढाते हैं, तो शैक्षणिक सत्र 2021-22 में प्रवेश लेने वाले विद्यार्थियों काफी पिछड़ सकते हैं।