भोपाल. लगातार 17वें दिन पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ गए हैं। जबकि मई में क्रूड आइल सस्ता होने पर कंपनियों ने भंडारण कर लिया था और अभी भी पेट्रोल-डीजल के दाम इंटरनेशनल मार्केट में बहुत कम हैं। ऐसे में इसका फायदा जनता को देने की बजाय, सरकार खुद अपना खजाना भर रही है और जनता पर कोरोना संकट के बाद अब मंहगाई की मार पड़ने वाली है।
लगातार 17वें पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ने के बाद ट्रांसपोर्टर भी भाड़ा बढ़ाने की बात कर रहे हैं। ऐसे में महंगाई का बढ़ना लगभग तय है। 23 जून को एक बार फिर पेट्रोल 20 पैसे और डीजल 55 पैसे बढ़ा दिया गया है। दिल्ली में पेट्रोल 79.76 रुपए और डीजल 79.40 रुपए पहुंच गया है। ऐसा पहली बार हो रहा है कि पेट्रोल और डीजल दोनों के रेट सामान्य हो गए हैं।
7 जून के बाद पेट्रोल में अब तक 8 रुपए और डीजल में 10 रुपए बढ़ोत्तरी देखी गई है। मौजूदा समय में केंद्र और राज्य सरकारें पेट्रोल और डीजल पर प्रति लीटर करीब 50 रुपए का टैक्स वसूल रही हैं।
दूसरी तरफ, मध्यप्रदेश के गृह एवं स्वास्थय मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने डीज़ल-पेट्रोल के बढ़ते दामों पर कहा कि कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में पेट्रोल-डीजल सस्ता करने की बात कि थी। ऐसे में अब विपक्ष को यह सवाल पूछने का अधिकार नहीं है। जिनके घर शीशे के होते हैं वे दूसरों के घर पर पत्थर ना फेंके ।