भोपाल
भोज विवि प्रदेश की सभी जेलों में बंद 100 अपराधियों को डिग्री देने का निर्णय कर लिया है। विवि उनसे कोई शुल्क नहीं ले रहा है। भोज विवि हरेक जेल में एक स्टडी सेंटर खोलेगा। जहां अपराधी अपने पसंद के सभी विषयों में प्रवेश लेकर अध्ययन कर पाएंगे। उन्हें पढ़ने और लिखने के लिए स्टडी मटेरियल मिलेगा। जरूरत होने पर उन्हें 15 दिनों का अध्ययन तक कराया जाएगा। उन्हीं जेलों में एग्जाम सेंटर बनाकर परीक्षाएं होंगी। डिग्री लेकर कारावास से मुक्त होकर अपराधी नौकरी तक कर पाएंगे।
प्रोजेक्ट असायमेंट तैयार करेंगे अपराधी
जेल में बंद अपराधियों के पास ज्यादा राशि नहीं होती है। इसलिए विवि अपराधियों से प्रवेश लेने पर कोई शुल्क नहीं लेगा। यहां तक साश्रम कारावास काट रहे अपराधियों को मिलने वाली मजदूरी भी नहीं देना होगी। भोज विवि ने अपराधियों को प्रवेश देने के लिये अपनी प्रवेश प्रक्रिया की अंतिम तिथि में बढ़ोतरी की थी। 15 जनवरी तक भोज विवि को भोपाल, जबलपुर, इंदौर, ग्वालियर, सागर के अलावा अन्य जिलों की जेलों से करीब 100 अपराधियों के प्रवेश लेने के लिये फार्म मिले थे। भोज विवि अब उनके प्रवेश फाइनल कर उन्हें 30-30 नंबर के असायमेंट तैयार करने का प्रोजेक्ट तक देंगे। इसलिये उन्हें पाठ्य सामग्री तक दी जाएगी। इसके उनके परीक्षा फार्म जमा कराकर उनकी परीक्षा आयोजित कराई जाएगी।
वर्जन
प्रदेश की सभी जेलों में बंद अपराधियों को डिग्री देने के लिये शासन ने व्यवस्था जमाई है। जेलों में स्टडी सेंटर खुलने के बाद अपराधियों को पढाने की पूरी व्यवस्था की जाएगी। प्रवेशरत अपराधियों से किसी भी प्रकार का कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा।
डॉ. जयंत सोनवलकर, कुलपति, भोज मुक्त विवि