भोपाल
प्रदेश की पंचायतों में चल रहे ऐसे सभी काम फोर्सफुली बंद कराए जाएंगे जो पहले के वर्षों के है और बिना किसी कारण के उनमें ज्यादा समय लग रहा है। वहीं विभाग में पदस्थ मैदानी अफसरों को अब दौरे और निरीक्षण नहीं करना भारी पड़ेगा। विभाग के प्रमुख सचिव उमाकांत उमराव ने ऐसे सभी अफसरों को फटकार लगाते हुए अनिवार्य रुप से दौरे और निरीक्षण करने के निर्देश दिए है। प्रमुख सचिव उमाकांत उमराव ने हाल ही में प्रदेश की विभिन्न पंचायतों के दौरे किए थे। निरीक्षण के दौरान उन्होंने देखा कि हर पंचायत में पचास से दो सौ निर्माण कार्य अधूरे पड़े है। इनमें से कई काम पूर्व के वर्षों के हंै और ये अभी तक न तो पूर्ण किये गए और न ही बंद किए गए। इन्हें लगातार प्रगतिरत बताया जा रहा है। अधिकारी कई कामों को जबरिया लंबा खींचते हैं और आधे-अधूरे काम पड़े रहने से उनका औचित्य पूरा नहीं हो पा रहा है। प्रमुख सचिव ने सभी मैदानी अफसरों को निर्देशित किया है कि अगली वीडियो कांफ्रेसिंग के पहले ये सभी काम पूर्ण करवाए। अनावश्यक रूप से लंबित रहने पर इन कामों को फोर्सफुली बंद कराया जाए। अगली वीसी में उन्होंने सभी अफसरों से पूर्ण और अपूर्ण कामों का ब्यौरा लेकर मौजूद रहने को कहा है। प्रमुख सचिव ने मैदानी अमले को निर्देशित किया है कि निर्मित तालाबों, जलसंरचनाओं के प्राक्कलन, डिजाईन, ड्रार्इंग और सर्वे नियमानुसार हो, अनियमितता पाए जाने पर संपूर्ण जिम्मेदारी सीईओ जिला पंचायत की निश्चित की जाएगी।
