भोपाल
मध्यप्रदेश सरकार द्वारा 1 नवंबर से राजस्व अभिलेखों में दर्ज त्रुटियों को सुधारने के लिए अभिलेख शुद्धिकरण पखवाड़ा मनाया जाएगा। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने इसकी घोषणा की कि राजस्व विभाग मध्यप्रदेश के स्थापना दिवस 1 नवंबर से लेकर 15 नवंबर तक अभिलेख शुद्धिकरण पखवाड़ा मनाएगा। इस दौरान राजस्व रिकॉर्ड में त्रुटि सुधार के लिए भूमिस्वामी, किसान या आम नागरिक भी सीधे आवेदन कर सकते हैं।
सीएम शिवराज ने कहा कि “दादाजी के नाम ज़मीन है फिर शामिल खातों में बेटों के नाम या गई फिर बेटों से नातियों के नाम आ गई। पता चला इतना बड़ा शामिल खाता हो गया कि दादा, परदादा, भाई उसके बाद बच्चे सबके नाम पर जमीन है। इसीलिए इसे सुधारने के लिए एक अभियान चलाएंगे कि कैसे अविवादित खाते अलग अलग कर दिए जाए जिसका फायदा अलग अलग परिवार उठा पाएंगे।”
इसी के साथ सीएम ने कहा कि “एक और बात आती है नाम थोड़ा सा गलत हो गया। एक मात्रा इधर की बजाय उधर लग गई तो जो शुद्धिकरण होना चाहिए खातों का, उस शुद्धिकरण के लिए भी हम अभियान चलाएंगे, ताकि ऐसी दिक्कत हमारे किसानों को बिल्कुल न हो। इस दिशा में भी हम अभियान चलाकर काम करेंगे।”
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने एक और योजना बनाई है स्वामित्व योजना। यह बहुत अच्छी योजना है, गांव में हम किसान रहते है हमारे पास हमारी जमीन का कोई अधिकार पत्र ही नहीं है। वहीं जिस जमीन पर हम कर्ज नहीं ले सकते, लोन नहीं उठा सकते, बाकी कोई फायदा हमें नहीं मिल सकता। लेकिन अब स्वामित्व योजना के कारण गांव में जो घर बने हैं इन घरों का भी अधिकार पत्र, स्वामित्व किसानों को दिया जा रहा है। हरदा जिले में सभी को अधिकार पत्र दे दिया गया है, बाकी जिलों में तेजी से काम चल रहा है ताकि उस जमीन का भी उपयोग हमारे पास हो। उन्होने कहा कि अगर हमारे पास कोई कागज ही नहीं होता तो वो जमीन हमारी कैसे हो सकती है, इसलिए किसानों को उनकी जमीन का स्वामित्व दिलाने की दिशा में भी हम तेजी से काम कर रहें हैं।