भोपाल
पटेल ग्रुप प्राइवेट यूनिसर्विटी के बाद अपने दो-दो एमबीए कॉलेज बरकतउल्ला विश्वविद्यालय भोपाल और देवी अहिल्या विश्वविद्यालय इंदौर से संबद्धता लेकर संचालित कर रहा है। अपने आप को ब्रांड बताने वाले पटेल कॉलेज में प्रथम और दूसरे राउंड की काउसंलिंग में एमबीए में एक भी एडमिशन नहीं हुआ है। जबकि मंझले और छोटे स्तर के एमबीए कालेजों की सीटों अच्छे खासे प्रवेश हुए हैं, क्योंकि पटेल कालेज की शैक्षणिक व्यवस्था हासिये पर आई है। वे दलालों के माध्यम से सीएलसी में प्रवेश देने विद्यार्थियों की फाइलें जमा करा रहे हैं।
पटेल ग्रुप की मध्यांचल प्राईवेट यूनिवर्सिटी के अलावा पटेल कालेज आफ साइंस एंड टेक्नालाजी भोपाल और पटेल गु्रप आफ इंस्टीट्यूटशन (पटेल कॉलेज आफ मैनेजमेंट) इंदौर में 180-180 सीटें मौजूद हैं। उक्त दोनों कॉलेज में एक भी सीट पर प्रवेश नहीं हुआ है। तकनीकी शिक्षा विभाग ने अपनी वेबसाइट पर दूसरे राउंड के पटेल कॉलेज के आंकडेÞ अपलोड कर पटेल कालेज के ब्रांड की पोल खो दी है। अब कल से शुरू होने वाली सीएलसी में प्रवेश हो सकते हैं। विद्यार्थियों ने बताया कि उनके शहरों के कई विद्यार्थियों ने कालेजों में प्रवेश लिया थे। डिग्री करने के बाद उनके साथ छलावा किया गया है, क्योंकि कॉलेज प्लेसमेंट के बड़े-बड़े वादे करता जरूर है, लेकिन वे साकार नहीं होते हैं।
पटेल ग्रुप की चेयरमैन प्रीति पटेल प्रवेश का ग्राफ बढ़ाने के लिये दलालों की मदद लेती आई हैं। इस साल भी प्रवेश करा ग्राफ बढ़ाने के लिये दलालों से विद्यार्थियों की दस्तावेजों की फाइल लेकर कमिशन देने की व्यवस्था जमाई है। विद्यार्थी सिर्फ एमबीए में प्रवेश लेते हैं और एग्जाम देने परीक्षा केंद्रों पर पहुंचते हैं। सिर्फ गाइड और 20 प्रश्न बैंक से तैयार होने वाले एमबीए की डिग्री लेकर युवा नौकरी के लिये भी यहां-वहां भटकते हैं। वहीं एमबीए की डिग्री मतलब प्लेसमेंट मिलना ही चाहिए, लेकिन एमबीए विद्यार्थियों सही नौकरी के आॅफर नहीं मिलने पर विद्यार्थियों ने पटेल ग्रुप का साथ छोडना शुरू कर दिया है।
प्रदेश के निजी, सरकारी और अल्पसंख्यक कालेजों में यूजी-पीजी की छह लाख साठ हजार सीटें सूनी पड़ी हैं। उक्त सीटों पर प्रवेश कराने उच्च शिक्षा विभाग ने आज से दूसरे चरण की सीएलसी शुरू कर दी है, जो तीस अक्टूबर तक चलेगी। इसमें विद्यार्थियों को प्रवेश लेने के लिये हर दिन सुबह 10 से दोपहर 12 बजे तक आवेदन करेंगे। कॉलेज प्राचार्य अपने स्तर पर एक बजे मेरिट बनाकर जारी करेंगे। मेरिट में शामिल विद्यार्थी अगले दिन सुबह 11 बजे तक फीस जमा कर प्रवेश ले पाएंगे। इसके लिये नये विद्यार्थी पंजीयन भी कर पाएंगे।
कालेज प्राचार्य सिर्फ पंजीकृत विद्यार्थियों की हर दिन मेरिट बनाकर प्रवेश देंगे। गत वर्ष की अपेक्षा वर्तमान सत्र में विभाग ने सभी 1301 कालेजों में करीब 70 हजार ज्यादा प्रवेश करा लिये हैं। गत वर्ष यूजी-पीजी में पांच हजार 61 हजार प्रवेश हुये थे। प्रवेश लेने यूजी में 5.73 लाख और पीजी में 2.13 लाख विद्यार्थियों ने पंजीयन कराया था। जबकि यूजी में 5.27 और पीजी में 1.93 विद्यार्थियों ने प्रवेश लेने सत्यापन कराया है। कुल 7.86 विद्यार्थी पंजीकृत, जिसमें से 7.20 विद्यार्थी ही सत्यापित हुये हैं। अभी भी 66 हजार विद्यार्थी सत्यापित होना शेष हैं। जबकि प्रवेश सिर्फ 6.30 लाख विद्यार्थियों ने प्रवेश लिये हैं।